सोनिया ने कार्यकत्र्ताओं को जारी किया फरमान

Tuesday, Apr 07, 2015 - 04:44 AM (IST)

जालंधर (धवन): कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने देश के सभी राज्यों की कांग्रेस कमेटियों को फरमान जारी करते हुए कहा है कि वह अपने राज्यों की राजधानी के दफ्तरों में बैठने की बजाय अधिक से अधिक गिनती में कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं तक पहुंचने की कोशिश करें।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी चाहती है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटियां लगातार गतिशील बनी रहें तथा उन्हें राज्यों के विभिन्न जिलों में जाकर कार्यकत्र्ताओं के साथ सीधा संवाद स्थापित करना चाहिए। कांग्रेस नेतृत्व चाहता है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी की बैठक राजधानी की बजाय किसी अन्य स्थान पर आयोजित की जानी चाहिए। इससे कांग्रेस एक तो जनता के निकट आएगी तथा साथ ही जिन स्थानों पर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी वहां कांग्रेस कार्यकत्र्ता गतिशील हो सकेंगे।

प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को कहा गया है कि वह उपमंडल या जिला मुख्यालयों पर जाकर हर महीने बैठकें करें। इस तरह रोटेशनल बैठकों में प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को हिस्सा लेना चाहिए। हर महीने उन्हें राज्य के अलग-अलग शहरों में सार्वजनिक रैलियां करनी चाहिएं।

सोनिया के आदेशों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में प्रदेश कांग्रेस ने यह पहलकदमी कर ली है। गुजरात में कांग्रेस 20 वर्षों से विपक्ष में है। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने प्रभारी गुरुदास कामथ के साथ मिलकर राज्य से बाहर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठकें करने का निर्णय ले लिया है। 

इसी तरह से कुछ और प्रदेश कांग्रेस कमेटियों ने इस पर अमल शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि केंद्र में राजग सरकार होने के कारण भाजपा व उसके सहयोगी दलों के बल पर चल रही सरकारों के खिलाफ सबसे पहले सरकार विरोधी लहर का असर होगा। इसे भुनाने के लिए ही प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को निचले स्तर तक जाने के लिए कहा गया है।

सोनिया स्वयं अपने विपरीत स्वास्थ्य के बावजूद विभिन्न राज्यों में जाकर पार्टी कार्यकत्र्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिशें कर रही हैं। यह स्थिति उस समय और भी महत्वपूर्ण बन जाती है जब पार्टी कार्यकत्र्ता राहुल गांधी की अनुपस्थिति को अनुभव कर रहे हैं।

Advertising