पुलिस हिरासत में अध्यापिका का बच्चा गिरने का मामलाः मोदी व बादल माफी मांगें: कांग्रेस

Saturday, Apr 04, 2015 - 05:05 AM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब कांग्रेस विधायक दल के नेता सुनील जाखड़ ने आज कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर स्थानीय अवतार नगर में शिक्षा प्रोवाइडर रजनी के घर जाकर उनका कुशलक्षेम पूछते हुए मांग की कि रजनी के गर्भ में बच्चे को पहुंचे नुक्सान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल माफी मांगें अन्यथा कांग्रेसी विधायक पंजाब के राज्यपाल से मिल कर अपना प्रोटैस्ट जाहिर करेंगे। 
 
जाखड़ ने रजनी व उनके पारिवारिक सदस्यों के साथ मुलाकात करके सारी घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की। रजनी ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फिरोजपुर आगमन से पूर्व पुलिस ने जब्री घर में आकर उसे अवैध रूप से पुलिस हिरासत में रखा। उसे बालों से पकड़ कर घसीटा गया जिस कारण गर्भ में पल रहे 8 सप्ताह के बच्चे को नुक्सान पहुंचा। बाद में डाक्टरों ने उनका गर्भपात किया।  
 
जाखड़ के साथ इस अवसर पर कांग्रेसी विधायक राणा गुरजीत सिंह, पूर्व मंत्री चौ. जगजीत सिंह, लाडी शेरोवालिया, पूर्व विधायक जगबीर बराड़, जिला कांग्रेस शहरी अध्यक्ष राजेन्द्र बेरी, मनोज अरोड़ा, कौंसलर पवन कुमार व अन्य नेता भी थे। जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक तरफ तो महिला सुरक्षा की बातें करते हैं परंतु उन्होंने इस कांड के लिए न तो पंजाब सरकार को फटकार लगाई और न ही रजनी का कुशलक्षेम जानने के लिए उनके परिवार को फोन किया।
 
जाखड़ ने कहा कि पंजाब सरकार तो शुरू से ही महिलाओं व बच्चों के प्रति असंवेदनशील रही है। उन्होंने कहा कि बादल के कार्यकाल में कुछ समय पहले फरीदकोट में बच्चे का अपहरण हुआ था पर न तो मुख्यमंत्री और न ही उप-मुख्यमंत्री ने उनके घर जाने की चेष्टा की। इसी तरह से लुधियाना में गैंग रेप से पीड़ित युवती का भी हाल सरकार ने नहीं पूछा। 
 
उन्होंने कहा कि अमृतसर में केबल आप्रेटर द्वारा सरेआम आत्महत्या की गई पर पुलिस ने अभियुक्तों को अभी तक नहीं पकड़ा। उन्होंने कहा कि बादल सरकार सत्ता के नशे में चूर है। अगर महिला अध्यापिका को जबरदस्ती घर से न उठाया जाता तो उसके बच्चे को नुक्सान नहीं पहुंचना था। 
 
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री को महिला अध्यापिका के घर आकर माफी मांगनी चाहिए तथा दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए। पंजाब विधानसभा में भी कांग्रेस ने यह मामला उठाया था पर मुख्यमंत्री ने हंस कर इस मामले को टाल दिया था। उन्होंने कहा कि दोषी अभियुक्त को कम से कम 10 वर्ष की सजा मिलनी चाहिए।  
 
अगर एक सप्ताह के अंदर अध्यापिका की सुनवाई न हुई तो कांग्रेस विधायक दल पंजाब के राज्यपाल से मिल कर अपना प्रोटैस्ट करेगा। उन्होंने कहा कि मोदी ने भी महिला सुरक्षा सशक्तिकरण के लिए 1000 करोड़ रुपए के फंड रखे हैं। इन फंडों का पीड़ित महिलाओं पर उचित इस्तेमाल होना चाहिए। 
 
जाखड़ ने कहा कि नवांशहर की कांग्रेसी विधायका गुरइकबाल कौर ने 7 अप्रैल को नवांशहर में धरना लगाने का आग्रह उनसे किया था जिसे स्वीकार कर लिया गया है। इसमें अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेसी विधायक शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि नवांशहर में पुलिस ने पिछले दिनों बेरोजगार दलित नौजवानों पर लाठीचार्ज किया था।
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