ऐसे E-Mail आएं तो हो जाएं सावधान!

Thursday, Mar 26, 2015 - 01:02 AM (IST)

बटाला (कलसी): आज के तकनीकी युग में जहां मनुष्य बड़े-बड़े अविष्कार कर अपने जीवन को सुखमय बनाता जा रहा है, वहीं कुछ शातिर दिमाग इसका दुरुपयोग कर आम लोगों को लूटने में लगे हैं। 

देखने में आया है कि यह ठग गिरोह के मैंबर अब कम्म्यूटर से लोगों को ई-मेल भेज कर ठगी का शिकार बना रहे हैं। इनके द्वारा कुछ नामवर कंपनियों की फर्जी ई-मेल लोगों को भेजी जा रही है जिसमें लिखा होता है कि इस कंपनी के लक्की ड्रा में आपकी ई-मेल को चुना गया है। 

फर्जी ई-मेल भेजने वाले गिरोह के ये मैंबर इतने शातिर होते हैं कि आपको अपने चंगुल में फंसाने के लिए कहते हैं कि आपका इस कंपनी द्वारा करोड़ों रुपए का ईनाम निकाला गया है, इसलिए आप अपना बैंक अकाऊंट व पूरा पता उन्हें भेजें, जिसके बाद शुरू हो जाता है इन ठगों का गोरखधंधा। ये ठग किस्म के लोग बड़ी ही चालाकी से आम जनता को अपने झांसे में ले लेते हैं जिसके चलते कई लोग इनके झांसे में पूरी तरह आ जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। 

इसके बाद ये ठग लोगों को करोड़ों रुपए अपने अकाऊंट में ट्रांसफर करने की एवज में 12 से 15 हजार रुपए की डीमांड करते हुए उन्हें अपने द्वारा दिए गए अकाऊंट में डालने को कहते हैं और जो उनके कहने पर पैसे भेज देता है वह ठगी का शिकार हो जाता है, क्योंकि इसके बाद वे कई और बहाने लगाकर और पैसे ऐंठने शुरू कर देते हैं और फंसा हुआ व्यक्ति पैसे भेजता रहता है। 

लोग रहें सचेत 

किसी भी तरह की ठगी से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी बात यह है कि हमें सचेत रहना चाहिए। अगर इस प्रकार की कोई ई-मेल आए तो हमें जल्दबाजी और लालच नहीं करना चाहिए। हमें ठंडे दिमाग से सोच-विचार करने के बाद सारी स्थिति को देखते हुए ही कोई कदम उठाना चाहिए, ताकि भविष्य में किसी किस्म का पछतावा न हो। 

कहां से आती है इनके पास आम जनता की ई-मेल्ज 

देखने वाली बात है इन ठगों के पास आम लोगों की ई-मेल आई. डीज कहां से आती हैं। कुछ लोगों का मानना है कि ये ठग फेसबुक की प्रोफाइल द्वारा या अन्य किसी ढंग से लोगों की ई-मेल आई. डीज अरेंज कर लेते हैं और फिर शुरू कर देते हैं फर्जी ई-मेल भेजने का कारोबार। 

फर्जी होती है आई. डीज 

ऐसे ई-मेल भेजने वालों की आई. डीज फर्जी होती हैं जिससे पुलिस को भी इन्हें पकड़ने में परेशानी होती है, इसलिए ऐसे लोग बड़ी ही होशियारी से अपनी ठगी को अंजाम देते रहते हैं।

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