मुख्यमंत्री रहते मोदी ने कभी नहीं पहनी बुलेट प्रूफ जैकेट

Monday, Mar 16, 2015 - 04:23 AM (IST)

जालंधर (पाहवा): देश के प्रधानमंत्री के पद पर आसीन नरेंद्र मोदी मानते हैं कि देश में लोगों ने उन पर विश्वास किया तथा लोगों के पास एक उम्मीद के तौर पर उन्हीं का नाम था। 

यह दावा बी.बी.सी. के पूर्व पत्रकार व ब्रिटिश लेखक लैन्स प्राइज की पुस्तक ‘द मोदी इफैक्ट’ में किया गया है। लेखक के अनुसार उन्होंने मोदी के साथ कई बार बातचीत की जिसमें उनके चुनावी मैदान में उतरने से लेकर चुनाव जीतने के बाद के हालात पर चर्चा की। 

लैन्स की पुस्तक ‘द मोदी इफैक्ट’ के अनुसार नरेंद्र मोदी कहते हैं कि उन्हें एक बार किसी भविष्य वक्ता ने देश के प्रधानमंत्री की कमान मिलने की बात कही थी जिस पर उनका मानना था कि अगर ऐसा है तो फिर डरने की क्या जरूरत है। मोदी कहते हैं कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर कभी भी बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं पहनी थी। 

वाराणसी में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को लेकर मोदी का रवैया अलग ही था।  ‘द मोदी इफैक्ट’ में मोदी ने कहा है कि केजरीवाल एक छोटे शहर के नेता थे तथा उन्हें इतनी वैल्यू देने का कोई मतलब नहीं था इसलिए अक्सर उनके भाषणों में केजरीवाल के नाम की चर्चा तक नहीं होती थी। अमरीका की तरफ से वीजा न देने के मसले पर मोदी ने वीजा न दिए जाने के मामले को सामान्य लिया।

पुस्तक में लिखा है कि पिछले वर्ष फरवरी माह में एक योजना के तहत मोदी ने खुद को मीडिया से दूर कर लिया था जो कि केवल लोगों का ध्यान आकर्षित करने तथा वैक्यूम बनाने के लिए किया गया था। ‘द मोदी इफैक्ट’ के लेखक के साथ बातचीत में मोदी ने यह बात स्वीकार की है।

लैन्स प्राइज ने लिखा है कि जब देश भर के लोगों की निगाहें लोकसभा चुनावों के परिणाम देखने में व्यस्त थीं तथा लोग उत्सुक थे तो उस समय मोदी ने खुद को अकेला कर लिया था। उस दिन मोदी ने दिन में 12 बजे तक न तो टी.वी. देखा और न ही कोई टैलीफोन सुना था। उस समय वह अपने आध्यात्मिक कार्यों की पूर्ति में व्यस्त थे। 

अपनी दिनचर्या के बारे में मोदी ने ‘द मोदी इफैक्ट’ के लेखक को बताया कि वह सुबह 5 बजे उठ कर सबसे पहले आईपैड पर संदेश देखते हैं तथा जरूरी समझे जाने वाले संदेशों पर जवाब भी देते हैं। रात को सोने से पहले मोदी अपने मेल देखते हैं। मोदी के बारे में लेखक ने लिखा है कि मोदी ने व्हाट्सएप के बारे में काफी समय पहले कह दिया था कि यह संचार का सबसे मजबूत साधन बनने वाला है जब यह अभी लांच हुआ था। लेखक लैन्स प्राइस ने इसे मोदी की दूरदर्शिता के साथ जोड़ा है।

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