नरेन्द्र मोदी व भाजपा की मुश्किलों में होगी बढ़ौतरी!

Sunday, Mar 15, 2015 - 04:23 AM (IST)

जालंधर (धवन): ग्रहों में न्यायाधीश के रूप में जाने जाते शनि ग्रह के 15 मार्च को वक्री होने से देश की राजनीति में भारी उठा-पटक देखने को मिल सकती है। मुम्बई के ज्योतिषी पं. राज कुमार शर्मा के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

उन्होंने बताया कि 2 नवम्बर 2014 को शनि वृश्चिक राशि में आया था। शनि का मंगल की राशि में आना राजनीति में भूचाल लाता है इसीलिए दिल्ली चुनावों में भारी हिलजुल हुई, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के वृश्चिक लग्न व वृश्चिक राशि में साढ़ेसती चल रही है। अब वृश्चिक राशि में शनि का वक्री होना उनकी मुश्किलों को बढ़ाएगा। सत्ताधारी भाजपा के लिए नई चुनौतियां पैदा होंगी। अगले साढ़े 3 महीने मोदी व भाजपा के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रह सकते हैं।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा तथा पी.डी.पी. में द्वेष और बढ़ेगा। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद अपनी वाणी पर नियंत्रण नहीं रख पाएंगे, इसलिए मुफ्ती मोहम्मद सईद भाजपा के गले का फंदा बनता हुआ दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को पी.डी.पी. का साथ छोडऩा पड़ सकता है। जम्मू-कश्मीर में पुन: राष्ट्रपति शासन लागू करने के हालात बन सकते हैं।

पं. शर्मा ने कहा कि डा. मनमोहन सिंह ने चाहे घोटाला नहीं किया है परन्तु उनके प्रधानमंत्री कुर्सी पर रहते समय घोटाला हुआ, इसलिए शनि उन्हें प्रताडि़त कर रहा है। 2 नवम्बर 2015 से पहले डा. मनमोहन सिंह की सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट आ सकती है। 2 नवम्बर के बाद डा. मनमोहन सिंह को राहू में सूर्य का समय शुरू होगा, इसलिए उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मोदी की कुंडली में वृश्चिक राशि में साढ़ेसाती होने के कारण सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट आएगी। बिहार चुनावों में भाजपा को सियासी नुक्सान झेलना पड़ेगा। भाजपा की सीटें पहले की तुलना में कम हो सकती हैं। मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस तथा लालू के साथ मिलकर पुन: मुख्यमंत्री बन सकते हैं। शनि का प्रभाव जमीन पर भी पड़ेगा, इसलिए वक्री शनि भूचाल या प्राकृतिक प्रकोपों को बढ़ावा देगा। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिलेगी। सोने व तेल की कीमतों में कुछ तेजी दिखाई देगी।

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