बागियों को ‘माफी’ के लिए भाजपा नेतृत्व पर बढ़ रहा दबाव

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2015 - 04:55 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत): स्थानीय निकाय चुनाव में बगावत करने वाले नेताओं को ‘माफी’ देने के लिए भाजपा का प्रदेश नेतृत्व इन दिनों काफी दबाव में है। पार्टी के एक धड़े का दबाव है कि बगावत करके स्थानीय निकाय चुनाव जीतने वाले नेताओं को फिर पार्टी में शामिल कर लिया जाए। इसके पीछे दलील मजबूत जनाधार व गुटबाजी के चलते हुए पक्षपात की दी जा रही है। बुधवार को भाजपा की राज्य स्तरीय बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। 
 
सूत्रों के मुताबिक भाजपा से जुड़े करीब 16 बागी विभिन्न नगर निगम सीटों और व दो-अढ़ाई दर्जन नगर कौंसिल सीटों पर जीते हैं। 2017 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी नेतृत्व का मत है कि बागियों को एक बार पक्ष रखने का मौका देना चाहिए। इसके बाद यदि नेतृत्व को सही लगे तो बागियों का निष्कासन सशर्त वापस ले लेना चाहिए।
 
संगठन से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वर्षों से पार्टी से जुड़े कार्यकत्र्ताओं को जोड़े रखना चाहिए। हालांकि, पार्टी इस मुद्दे पर सहयोगी शिअद के साथ भी चर्चा कर सकती है, क्योंकि मोगा, मोहाली समेत कई अन्य जगहों पर शिअद को भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा है। 
 
इस बारे में बात करने पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष कमल शर्मा ने कहा कि फिलहाल इस बारे में पार्टी में किसी स्तर पर आधिकारिक चर्चा नहीं हुई है। प्रदेश भाजपा के सभी जिला प्रधानों की बुधवार को बैठक है। यदि कोई ऐसी बात उठी तो कोर ग्रुप सदस्यों के साथ बात की जाएगी।

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