परीक्षाओं में नकल करने वाले हो जाएं सावधान!

Saturday, Feb 28, 2015 - 01:29 AM (IST)

बठिंडा(पायल): प्रत्येक वार्षिक परीक्षाओं में विद्यार्थियों द्वारा नकल के मामले प्रकाश में आते हैं। कई मामलों में विद्यार्थियों के पकड़े जाने पर कार्रवाई की प्रक्रिया भी चलाई जाती है परन्तु कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते विद्यार्थी आरोपों से साफ बच निकलते हैं। इसी स्थिति में सुधार लाने हेतु शिक्षा विभाग पंजाब ने नियम सख्त करते हुए परीक्षा निरीक्षकों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है, जिसके चलते अब परीक्षा में नकल करने वाले विद्यार्थी बच नहीं पाएंगे।

शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा गत वर्षों की परीक्षाओं पर किए सर्वेक्षण अनुसार परीक्षा में विभिन्न साधनों के जरिए नकल करने वाले विद्यार्थियों के मामलों की सील्ड फाइल संस्था मुखी अथवा केंद्र कंट्रोलर द्वारा केंद्र सुपरिंटैंडैंट को सौंप दी जाती है जो आगे कई हाथों से गुजरते हुए कलैक्शन सैंटर में जमा करवाई जाती है। गत वर्ष प्राप्त हुए यू.एम.सी. केसों की जांच के बाद यह बात सामने आई है कि कई केसों में केंद्र कंट्रोलर द्वारा कलैक्शन सैंटर में भेजे गए यू.एम.सी. केसों की सील्ड लिफाफों में पकड़ी गई एतराजयोग्य सामग्री बदली हुई पाई गई, जिसके चलते अनधिकृत साधनों का प्रयोग करने वाले कई विद्यार्थी इन मामलों से मुक्त हो गए थे।

उक्त स्थिति को ध्यान में रखते हुए अब शिक्षा विभाग द्वारा नियमों में फेर-बदल किया गया है जिसके तहत केंद्र सुपरिंटैंडैंट यू.एम.सी. केसों के सील्ड लिफाफे खुद कलैक्शन सैंटर में रसीद प्राप्त करके जमा करवाएंगे। यू.एम.सी. केसों के लिफाफों पर सील के साथ-साथ अच्छी क्वालिटी की टेप भी लगाई जाएगी। केंद्र सुपरिंटैंडैंट यू.एम.सी. केसों के रिपोर्ट फार्म के प्रत्येक कॉलम को हर पक्ष से मुकम्मल करके ही केस भेजना यकीनी बनाएंगे।

केस से संबंधित पकड़ी गई एतराजयोग्य सामग्री के प्रत्येक पन्ने पर केस पकडऩे वाले अधिकारी को हस्ताक्षर करने होंगे। विभाग द्वारा जारी नई हिदायतों के चलते परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाने के बावजूद बच निकलने वाले विद्याॢथयों पर नकेल कसने में सहायता मिलेगी। 


 

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