‘आप’ के लिए घातक समय !

Monday, Feb 23, 2015 - 05:39 AM (IST)

जालंधर (धवन): आम आदमी पार्टी (आप) का गठन 26 नवम्बर, 2012 को दोपहर 12 बजे मकर लग्र में हुआ था। ज्योतिषी प्रो. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि ‘आप’ की कुंडली में शुक्र महादशा में चंद्रमा की अंतर्दशा 23 मई, 2016 तक चलेगी। मंगल की अंतर्दशा 23 जुलाई, 2017 तक रहेगी। उसी समय पंजाब विधानसभा के आम चुनाव भी होंगे। चंद्रमा 7वें भाव का स्वामी चौथे भाव में लग्रेश शनि तथा योग कारक शुक्र से दृष्ट है। गोचर में चंद्रमा की राशि में बृहस्पति संचार कर रहा है।
 
चौथे भाव में चंद्र बहुत निर्बल होता है परन्तु चंद्र की राशि में बृहस्पति के संचार करने से चंद्र को बल मिला। इसी कारण दिल्ली विधानसभा चुनावों में ‘आप’ को जनता का भारी समर्थन मिला। 
 
उन्होंने बताया कि मंगल की अंतर्दशा 23 मई, 2016 से 23 जुलाई, 2017 तक चलेगी। मंगल चौथे व 11वें भाव का स्वामी होकर 12वें घर में प्लूटो से युक्त है। मंगल पर शनि की दृष्टि है। नवांश कुंडली में भी मंगल 12वें भाव में नीचे राशि में राहू से युक्त है और उस पर शनि, केतू, और शुक्र की दृष्टि है।  
 
मंगल लग्र, नवांश व दश्मांश तीनों में ही अशुभ है इसलिए मंगल की अंतर्दशा में ‘आप’ की लोकप्रियता का ग्राफ नीचे गिरना शुरू हो जाएगा तथा उसके कई नेताओं व सदस्यों की मृत्यु या हत्या होने की आशंका है।
 
दिल्ली में ‘आप’ के नेताओं, सदस्यों व मंत्रियों पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगने शुरू हो जाएंगे। मंगल के समय ‘आप’ का जनाधार घटेगा। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी को झटका लग सकता है। जनवरी, 2017 के अंत से पहले गोचर में लग्रेश शनि भी 12वें भाव में मंगल और प्लूटो के ऊपर से संचार करेगा जो स्थिति को और भी घातक बना देगा। 23 जुलाई, 2017 तक मंगल ‘आप’ की इच्छाओं और आकांक्षाओं को पूरा नहीं होने देगा क्योंकि 12वें भाव का स्वामी 12वें भाव में शनि से दृष्ट होने के कारण बाधक बन गया है। पार्टी में भयंकर फूट भी पड़ सकती है। 
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