अब ‘प्रैस’ व ‘पुलिस’ का बी हुआ चालान

punjabkesari.in Saturday, Jan 31, 2015 - 02:40 AM (IST)

अमृतसर (उप्पल): जिला पुलिस कमिश्रर जतिन्द्र सिंह औलख के दिशा-निर्देश व ए.डी.सी.पी. (ट्रैफिक) निबले ध्रुमन (आई.पी.एस.) के आदेशानुसार महानगर में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए पूरे शहर में जोन वाइज के अलावा बीट बनाकर वाहनों की गहनता से चैकिंग जारी है। उक्त चैकिंग के कारण महानगर में अधिकतर वाहन चालकों द्वारा अपने कागजात पूरे रखते हुए नियमों का पालन करना शुरू कर दिया गया है। 
 
महानगर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा पूरी तरह से सख्ती करते हुए वाहनों के कागजात चैक किए जा रहे हैं। ए.सी.पी. (ट्रैफिक) कंवलजीत कौर पुरेवाल के नेतृत्व में इंचार्ज जोन नंबर-1 दिनेश कुमार व इंर्चाज जोन नंबर-2 दिलबाग सिंह द्वारा पुलिस कर्मचारियों को साथ लेकर गत दिवस स्थानीय भंडारी पुल पर अस्थाई नाका लगाकर वाहनों की गहनता से जांच की गई। 
 
अवैध रूप से प्रैस व पुलिस शब्द के स्टीकर लगे वाहनों के हुए चालान: इस अवसर पर कई दोपहिया व चौपहिया वाहनों पर अवैध रूप से ‘प्रैस’ व ‘पुलिस’ शब्द का स्टीकर लगाने वाले वाहन चालकों के चालान किए गए। पुलिस चैकिंग के दौरान ‘प्रैस’ शब्द का स्टीकर लगी एक कार को रोककर सवार व्यक्ति से प्रैस का शिनाख्ती कार्ड मांगा गया तो उक्त वाहन चालक द्वारा पुलिस को जो प्रैस कार्ड दिखाया गया उस पर अंकित था 
 
डायरैक्टर्ज प्रैस कार्ड वैलिड इन इंडिया एंड एब्रॉड। वाहन चालक द्वारा काफी देर तक पुलिस अधिकारियों से बहसबाजी की गई व पुलिस कर्मचारियों की अपने आकाओं से बात करवाने की कोशिश की गई परन्तु पुलिस कर्मचारियों द्वारा बिना किसी दबाव के अपना कार्य जारी रखते हुए उक्त वाहन चालक का चालान कर दिया गया। 
 
पुलिस चैकिंग के दौरान कई ऐसे वाहन चालकों के चालान किए गए जिनके वाहनों पर ‘पुलिस’ और ‘प्रैस’ शब्द अंकित था परन्तु उनका मीडिया व पुलिस के साथ किसी प्रकार का सीधा संबंध नहीं था। ट्रैफिक पुलिस द्वारा एंटी करप्शन सोसाईटी, नैशनल क्राइम एंड ह्यूमन राइट्स प्रोटैक्शन ब्यूरो इन सैंटर, दोस्त-पुलिस प्रैस आदि के स्टीकर लगे वाहनों से उक्त स्टीकरों को उतरवाया गया। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस द्वारा बिना आर.सी., बिना डी.एल., बिना पॉल्यूशन सर्टीफिकेट, ट्रिपल सवारी, चलते वाहन पर मोबाइल सुनने व बिना सीट बैल्ट चौपहिया वाहन चलाने वाले उल्लंघनकत्र्ता वाहन चालकों के भारी संख्या में चालान किए गए। 
 
स्पीड ट्रैकिंग राडार से हुए 45 ओवरस्पीड वाहनों के चालान: गत दिनों एलीवेटड रोड पर बस के साथ टक्कर होने से कई कारों के क्षतिग्रस्त होने व 2 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने का संज्ञान लेते हुए जिला ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने की कवायद करते हुए शुक्रवार स्पीड राडार गन के माध्यम से तेज रफ्तार वाहनों की स्पीड चैक कर स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के चालान किए गए। 
 
ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों द्वारा एलीवेटिड रोड पर स्पीड राडार गन की सहायता से दूर से आने वाले वाहनों की गति सीमा चैक की गई व ओवर स्पीड वाहनों के नंबर स्पीड ट्रैकिंग राडार गन द्वारा कैच करके कम्प्यूटर पर अंकित किए गए व ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों द्वारा आगे लगभग 400 मीटर की दूरी पर लगाए गए नाके पर ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों को वायरलैस द्वारा ओवरस्पीड वाहनों के नंबर बताए जाते रहे व ट्रैफिक जोन नंबर-1 के इंचार्ज इंस्पैक्टर दिलबाग सिंह, ए.एस.आई. सतनाम सिंह, भूपिन्द्र सिंह द्वारा ए.सी.पी. कंवलजीत कौर पुरेवाल की मौजूदगी में तेज रफ्तार वाहनों के  चालान किए गए। 
 
इस अवसर पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा ओवरस्पीड में आ रही पुलिस की कार व वकील की कार का भी चालान कर दिया गया। ट्रैफिक पुलिस द्वारा आज लगाए गए स्पीड राडार गन नाके के दौरान 43 ओवर स्पीड वाहन चालकों के चालान किए गए। 
 
ओवरस्पीड वाहन चालक व वाहन में बैठी सवारियों और सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों के लिए घातक साबित हो सकती है इसलिए वाहन को निर्धारित स्पीड में चलाकर अपनी व लोगों की जान की रक्षा करें। उक्त अति आधुनिक स्पीड ट्रैकिंग राडार में लगे सॉफ्टवेयर द्वारा लगभग 800 मीटर की दूरी से आ रहे वाहन की स्पीड व वाहन की नंबर प्लेट की फोटो ली जाती है। सड़क पर 50 कि.मी. से अधिक स्पीड दुर्घटनाओं को जन्म दे सकती है। 
 
नगर निगम की सीमा में वाहन चालकों को 45 कि.मी. की स्पीड तक वाहन चलाना चाहिए। महानगर के चारों जोन में 2-2 घंटे के लिए स्पीड ट्रैकिंग राडार गन लगाकर ओवर स्पीड वाहनों के चालान किए जाएंगे ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।

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