अस्पतालों में इलाज होगा महंगा

Saturday, Jan 31, 2015 - 02:18 AM (IST)

अमृतसर (दलजीत): पंजाब भर के सरकारी मैडीकल कालेज के अधीन चलने वाले अस्पतालों में इलाज महंगा होने जा रहा है। मैडीकल शिक्षा और खोज विभाग ने इलाज दरों में वृद्धि करने का इस संबंधी फैसला भी ले लिया है। विभाग द्वारा बढ़ाई दरें फरवरी से लागू करने की संभावना है। इलाज दरों में की गई वृद्धि वर्तमान दरों में 10 से 15 फीसदी होगा।

जानकारी अनुसार सेहत विभाग के मुकाबले मैडीकल कालेज के अधीन चलने वाले सरकारी अस्पतालों में इलाज काफी सस्ता था। हैल्थ कार्पोरेशन ने सेहत विभाग के सरकारी अस्पतालों में इलाज दरों में वृद्धि नहीं की थी। विभाग द्वारा की जा रही वृद्धि से सेहत विभाग और मैडीकल कालेज के अस्पतालों में इलाज की दर समान हो जाएगी। 
 
राज्य भर में मैडीकल कालेज अमृतसर, पटियाला और फरीदकोट में स्थित हैं। विभाग की ओर से यह भी फैसला लिया गया है कि जो सरकारी मैडीकल कालेज और अस्पताल फरीदकोट बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंसिस के तहत काम कर रहे हैं और उनमें वृद्धि का फैसला लागू नहीं माना जाएगा। 
 
मैडीकल कालेज में की जाने वाली वृद्धि के बाद ओ.पी.डी. की पर्ची की फीस 5 रुपए ही रहेगी, जबकि दाखिला फीस 20 की जगह 25 और 60 की जगह 70 रुपए ली जाएगी। जनरल वार्ड में बैड का किराया प्रति दिन 15 से बढ़ा कर 20 और ए.सी. कमरों का 500 की जगह 650 रुपए प्रति दिन हो जाएगा। इसके अलावा साधारण आप्रेशन के लिए 120, बड़े आप्रेशन के लिए 600 और स्पैशल आप्रेशन के लिए 1200 रुपए वसूले जाएंगे। विभाग की ओर से वसूली जाने वाली राशि में 15 प्रतिशत वृद्धि हो रही है। 
 
ई.सी.जी. और टी.एम.टी. की फीस क्रमश: 40 और 240 से बढ़ाकर 50 और 500 रुपए कर दी जाएगी। ब्लड बैंक और दवा के चार्जेज भी बढ़ाए जा रहे हैं। लैबोरेटरी टैस्ट जिनमें खून में गतले, गुर्दे और जिगर के टैस्ट शामिल है, भी महंगे हो जाएंगे। बॉयोकैमिस्ट्री से संबंधित टैस्ट पर भी बढ़ी दरों का असर पड़ेगा। एंडोस्कॉपी की फीस 120 से बढ़ाकर 135 और क्लोनोस्केपी की फीस 240 से बढ़ाकर 300 रुपए किए जाने का प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजा गया है। 
 
विभाग के सूत्र बताते हैं कि विभाग के मंत्री के उच्चाधिकारियों की ओर से इलाज दरों में वृद्धि करने के फैसले को हरी झंडी दे दी गई है। विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि सेहत विभाग ने भी दरों में इजाफा किया है। महंगाई अनुसार भी इन दरों में वृद्धि करना बनता है।
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