चाइना डोर की बिक्री सरेआम जारी

Thursday, Jan 29, 2015 - 05:05 AM (IST)

जालंधर (बुलंद): डिप्टी कमिश्रर व पुलिस कमिश्नर द्वारा जिले में चाइना डोर बेचने पर कड़ी पाबंदी लगाई गई है, परन्तु इसके बावजूद शहर में सरेआम दुकानों पर चाइना डोर बेची जा रही है। इस मामले में हमारी टीम को वाल्मीकि गेट बाजार में एक दुकान के बारे में पता चला, जिस पर हम उस दुकान पर पहुंचे तो दुकानदार का क्या कहना था सुनिए-

पत्रकार: क्या चाइना डोर की चक्करी मिलेगी?
दुकानदार: है, कितनी चाहिए?
पत्रकार: एक चक्करी।
दुकानदार अपने नौकर से: जा छोटू पीछे गोदाम से 5-7 चक्करियां चाइना डोर की लाकर बाहर रख, बार-बार गोदाम में जाना पड़ता है। इसके बाद नौकर गोदाम की ओर चल दिया। इसी दौरान हमारे पत्रकार ने दुकानदार से और जानकारी ली।
पत्रकार: यह आजकल पुलिस ने चाइना डोर की बिक्री बंद क्यों करवा दी है?
दुकानदार: ओ भाजी, पुलिस से क्राइम रुकता नहीं, ऐसे ही मीडिया में खबरें देखकर चाइना डोर के पीछे पड़ गई है पुलिस।
पत्रकार: पर लोग चाइना डोर ही क्यों मांगते हैं?
दुकानदार: ओ जी, एक तो यह सस्ती है, दूसरी पक्की बड़ी होती है इसलिए इसकी डीमांड ज्यादा है।
पत्रकार: पर क्या पुलिस आपकी चैकिंग नहीं करती कि पाबंदी के बावजूद चाइना डोर बेच रहे हो?
दुकानदार: आज तक तो कोई आया नहीं और आ भी जाए तो हम कौन-सा बम बनाकर बेचते हैं। चाइना से डोर भारत में आती है तो बिकेगी भी। इतने में लड़का गोदाम से 7-8 चक्करियां चाइना डोर की ले आया।
दुकानदार: लो जी आ गई डोर, रंग पसंद करो कौन-सा लेना है।
पत्रकार: एक चक्करी लेते हुए कितने पैसे हुए?
दुकानदार: 50 रुपए।
पत्रकार: पर यह तो 25-30 रुपए में मिल जाती है।
दुकानदार: भाजी, डीमांड बढ़ी है जिससे रेट भी बढ़ गया है।
इस प्रकार हमारी टीम ने उसी इलाके की 3-4 दुकानों से पता किया और सबके पास चाइना डोर उपलब्ध थी, जिससे पता चलता है कि दुकानदारों को डी.सी. या पुलिस कमिश्नर के आदेशों की कोई परवाह नहीं है और धड़ल्ले से चाइना डोर की बिक्री जारी है।
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