कांग्रेस ने पंजाब को विकास पक्ष से और अकाली दल ने नशे पक्ष से बनाया नंबर एक: रवनीत बिट्टू

Thursday, Jan 29, 2015 - 01:01 AM (IST)

पटियाला (राजेश): मैम्बर पार्लियामैंट रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कांग्रेस ने पंजाब को विकास पक्ष से देश का नंबर एक राज्य बनाया था जबकि अकाली दल ने नशे के पक्ष से पंजाब को नंबर एक राज्य बना दिया है। अब जब संसार भर में फैले नशों के कारण लोग चिंतित हैं तो अकाली-भाजपा सरकार गुमराह करने वाले प्रचार करने लग गई है जबकि सच्चाई इसमें है कि अकाली मंत्रियों की सरपरस्ती कारण ही पंजाब में नशों का रैकेट चल रहा है।

इस मौके एम.पी. बिट्टू के साथ दीपक डकाला, भिन्दा, गुरइकबाल सिंह हनी, हरमन विर्क, गौरव डकाला के अलावा अन्य कई यूथ नेता उपस्थित थे। यहां एक निजी समागम में शिरकत करने आए एम.पी. बिट्टू ने चुनिंदा पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब को कांग्रेसियों ने नहीं बल्कि अकालियों ने बदनाम किया है। यदि अकाली दल के मंत्री पैसों के लालच में नशों के सौदागरों की सरपरस्ती न करते तो आज पंजाब नशों का अड्डा न बनता।
 
उन्होंने उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के बयान का जवाब देते हुए कहा कि यदि पंजाब में नशे नहीं हैं तो फिर जगह-जगह पर नशा मुक्ति केंद्र क्यों खोले जा रहे हैं। 2012 में जब से अकाली-भाजपा सरकार रिपीट हुई है मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल लगातार एक ही प्रोजैक्ट की तरफ ध्यान दे रहे हैं और वह प्रोजैक्ट है नशा मुक्ति केन्द्रों का। उन्होंने कहा कि नशों ने पंजाब की जवानी को खोखला कर दिया है। नशों को खत्म करने की बजाय और नशों के सरपरस्त अकाली दल के नेताओं पर नकेल कसने की बजाय सुखबीर सिंह बादल बात को घुमा रहे हैं। 
 
उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों से पंजाब में अकाली दल की सरकार है और सुखबीर सिंह बादल के पास गृह विभाग भी है, जिसके अधीन ही पंजाब पुलिस आती है। उन्होंने कहा कि बादलों की सरपरस्ती से बिना ओपन बोली के द्वारा लिया गया शराब का ठेका कोई व्यक्ति नहीं चला सकता, ऐसे में बिना सरकारी सरपरस्ती से हजारों करोड़ रुपए का ड्रग रैकेट कैसे चल सकता है। 
 
उन्होंने कहा कि पंजाब में नशों के सरगना सरेआम बयान दे रहे हैं कि वास्तव में नशों के कारोबार की बागडोर किस के हाथ में है, इसके बावजूद भी बादल सरकार चुप है। नशों पर नकेल कसने की बजाय वह कांग्रेस के खिलाफ ही बयानबाजी कर रही है। 
 
बिट्टू ने कहा कि पहले अकाली दल के नेता डा. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सौतेली मां वाली सरकार कहते थे और केंद्र के हर फैसले का विरोध करते थे जबकि केंद्र की कांग्रेस सरकार सदा ही पंजाब को ग्रांटों के खुले गफ्फे देती रही। अब केंद्र की भाजपा सरकार पंजाब को फूटी कौड़ी भी नहीं दे रही जबकि अकाली दल के लोग केंद्र सरकार के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे क्योंकि केंद्र में सुखबीर सिंह बादल की धर्मपत्नी कैबिनेट मंत्री है और सिर्फ एक वजीरी के लिए बादल परिवार ने पंजाब के हित नरेंद्र मोदी के पास गिरवी रख दिए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब का इतिहास कभी भी अकाली दल को माफ नहीं करेगा।
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