कांग्रेस ने जोरदार सियासी हमले शुरू किए

punjabkesari.in Monday, Jan 19, 2015 - 04:22 AM (IST)

जालंधर (धवन): केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पंजाब के ड्रग रैकेट की जांच कर रहे निरंजन सिंह सहित 2 वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला कर देने के बाद भाजपा बैकफुट पर आ गई है तथा कांग्रेस को बैठे-बिठाए बड़ा मुद्दा मिल गया है। 
 
भाजपा अब तक ड्रग रैकेट के मुद्दे को लेकर पिछले कुछ महीनों से काफी बयानबाजी करके आक्रामक तेवर दिखाने की कोशिशें कर रही थी परन्तु प्रदेश के भाजपा नेताओं के आक्रामक तेवरों पर केंद्र ने ब्रेक लगा दी है। 
 
भाजपा ने तो ई.डी. द्वारा तलब किए जाने के बाद अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से इस्तीफा भी मांग लिया था तथा उसने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की नशों के खिलाफ अमृतसर में 22 जनवरी को रैली भी रखी थी परन्तु दिल्ली विधानसभा चुनावों ने भाजपा के प्रयासों पर जोरदार झटका मारा है। 
 
दिल्ली में सिख वोट लेने के लिए भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अकाली दल के आगे झुक गया है। भाजपा के नेता भी ई.डी. अधिकारियों के तबादले के बाद परेशान दिखाई दे रहे हैं। भाजपा नेताओं को यह समझ नहीं आ रहा है कि वे अब इस मामले को लेकर किस तरह की बयानबाजी करें क्योंकि केंद्र में उनकी सरकार ने ही ई.डी. अधिकारियों का तबादला किया है। 
 
भाजपा व अकाली दल दोनों पर कांग्रेस द्वारा जोरदार सियासी हमले किए जा रहे हैं। कांग्रेसी नेता अब अकाली दल के साथ-साथ भाजपा नेताओं को भी नशों के मुद्दे पर अपनी लपेट में ले रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कै. अमेरन्द्र सिंह के नेतृत्व में 24 जनवरी को अमृतसर में नशों के मुद्दों को लेकर रैली होने जा रही है जिसमें कांग्रेसी नेताओं द्वारा मोदी सरकार व पंजाब की अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार दोनों पर सियासी हमले किए जाएंगे।

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