मजीठिया जांच को प्रभावित करने हेतु हरसिमरत ने मोदी सरकार से करवाया तबादला: खैहरा

Sunday, Jan 18, 2015 - 06:11 AM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा है कि निरंजन सिंह का तबादला होने से पंजाब के सबसे बड़े ड्रग रैकेट की निष्पक्ष जांच पर प्रश्रचिन्ह लग सकता है तथा इससे जांच प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि निरंजन सिंह द्वारा शक्तिशाली मंत्री बिक्रम मजीठिया से भी पूछताछ की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बादल का दिल्ली व चंडीगढ़ में काफी दबदबा है इसलिए वह मजीठिया को बचाने के लिए अधिकारियों की बलि ले रहे हैं।  

उन्होंने बताया कि बादल ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की मार्फत निरंजन सिंह का तबादला करवाया है। इस तबादले के पीछे एक मकसद यह भी है कि केंद्रीय एजैंसी के अधिकारियों को सिग्रल देना है कि वे बादल के रिश्तेदारों के खिलाफ आगे न बढ़ें। खैहरा ने कहा कि हरसिमरत बादल ने मोदी सरकार को कह कर निरंजन सिंह का तबादला करवाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा भी बादलों के दबाव में आ गई। दिल्ली में भाजपा सिख वोटों को लेकर अकाली दल पर निर्भर है।

खैहरा ने कहा कि सी.बी.आई. के पब्लिक प्रॉसीक्यूटर तथा ई.डी. के सुखदीप सिंह संधू ने हाईकोर्ट के सामने कहा है कि पंजाब पुलिस के कुछ अधिकारी ई.डी. अधिकारियों से उनकी सम्पत्ति की जानकारी मांग रहे हैं। एक अन्य मामले में ड्रग रैकेट में शामिल जगदीश भोला ने भारत व पंजाब सरकार को पत्र लिख कर अपने जीवन को पंजाब पुलिस से खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि अगर ई.डी. मजीठिया को जगदीश भोला, बिट्टू औलख व जगजीत चाहल के बयानों के आधार पर तलब कर सकता है तो फिर पंजाब पुलिस ने मजीठिया को क्लीन चिट क्यों दी थी। उन्होंने कहा कि वास्तव में जांच में विघ्न डालने के लिए ही राज्य पुलिस व अकाली सरकार काम कर रही है। भाजपा का भी दोहरा चेहरा सामने आ गया है क्योंकि केंद्र में उसी की सरकार ने निरंजन सिंह का तबादला किया।

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