फास्ट फूड के नाम पर लोगों की सेहत से हो रहा खिलवाड़

Monday, Jan 12, 2015 - 12:32 AM (IST)

मलोट(जुनेजा): शहर में फास्ट फूड के नाम पर लोगों व विशेष कर नौजवानों की सेहत व जेब के साथ खिलवाड़ हो रहा है। चाहे सेहत विभाग कागज पत्रों द्वारा प्रचार करके यह मानता है कि फास्ट फूड सेहत के लिए हानिकारक है परन्तु विभाग के अधिकारी मलोट में सरेआम हो रहे घटिया दर्जे के फास्ट फूड की बिक्री के मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि मलोट में फास्ट फूड के नाम पर बर्गर, पिज्जा सहित बिक रही खाने-पीने की वस्तुओं में घटिया मैटीरियल का प्रयोग किया जा रहा है। इनको तलने वाला गंदा तेल व घी बार-बार प्रयोग किया जाता है जो बीमारी का घर होता है। बर्गर में प्रयोग होना वाला स्लाद व सब्जियां भी सड़ी, बासी व घटिया होती हैं।
 
प्रशासन व सेहत विभाग द्वारा बिना ढके खाने-पीने वाली वस्तुओं की मनाही के बावजूद बिक्री करते समय खुले व नंगे रखे सामान पर मिट्टी आदि पड़ती रहती है। बिना सफाई तथा गंदे हाथों से खाने-पीने का सामान ग्राहक को परोसा जाता है। इसके अतिरिक्त रंग व अन्य सामान भी निम्न क्वालिटी का होता है जो पीलिया व कैंसर जैसे रोगों से घिरे क्षेत्र में बीमारियों में और वृद्धि कर रहा है। 
 
इसके अतिरिक्त जगह-जगह पर लगे चने, मिक्स सूप व तले सामान की चल रही रेहडिय़ों में घटिया सामान परोसा जा रहा है। डाकखाने के आगे-पीछे व अड्डों पर रेहडियां सरेआम सामान की बिक्री कर रही है परंतु इस संबंध में सेहत विभाग चुप है। इस मामले पर मलोट के एस.एम.ओ. अग्रवाल से सम्पर्क किया तो उन्होंने कहा कि ऐसे सामान की बिक्री को रोकना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता बल्कि सैम्पल लेना जिला फूड अधिकारी का काम है। वहीं, जिला श्री मुक्तसर साहिब के फूड इंस्पैक्टर कंवलजीत सिंह से मोबाइल पर सम्पर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। 
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