फर्जी वैबसाइट बना पैट्रोल पंप की डीलरशिप दिलाने के नाम पर ठगने वाले 5 बदमाश गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, May 24, 2020 - 02:23 PM (IST)

मोहाली(ब्यूरो) : कोरोना माहामारी के दौरान भी अपराधी लोगों को ठगने से बाज नहीं आ रहे। एक फर्जी बेवसाइट बनाकर लोगों को पैट्रोल पंप की डीलरशिप दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक इंटर स्टेट गिरोह का मोहाली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। यह गिरोह पंजाब समेत राज्यों में सक्रिय था। गिरोह के मेंबर्स ने अभी तक 1 करोड़ की ठगी की बात कबूल ली है। गिरोह के 5 सदस्य पुलिस ने दबोचे हैं। सारे आरोपी यू.पी. व मध्य प्रदेश के रहने वाले है।

आरोपियों को पहचान आसिफ खान निवासी कंटनेमेंट झांसी, यू.पी. महिंदर सिंह निवासी कवीर ग्वालियर मध्यप्रदेश, ब्रह्मप्रकाश शुक्ला, जतिंदर सिंह व आश सिंह उर्फ राजू निवासी गांव इमलिया थाना मुस्करा जिला हमीरपुर उत्तरप्रदेश के रूप में हुई है। 

इनमें से आसिफ खान 10वीं फेल, ब्रहमप्रकाश शुक्ला 10वीं पास, आश सिंह एम.बी.ए. मार्केटिंग, महिंदर सिंह बी.टैक. व जतिंदर 10वीं पास है। वहीं देश की नामी तेल कंपनियों के ध्यान में ऐसी बात आ चुकी है। लॉकडाउन के बीच कंपनियों की तरफ से इस बारे में एडवाइजरी तक जारी की गई थी। कंपनियों ने ऐसे ठगों से बचने को नसीहत लोगों को दी थी।

कई राज्यों में था नेटवर्क :
वही मोहाली के एस.एस.पी. कुलदीप सिंह ने कहा कि गिरोह काफी शातिर था। गिरेह के मेंबर्स ने कई लोगों को ठगा है। डी.एस.पी. साइबर क्राइम रूपिंदरदीप कौर ने बताया कि गिरोह के मेंबर्स का नेटवर्क कई राज्यों में था। इस दौरान आरोपी पंजाब, मध्यप्रदेश, बेंगलुरू, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, असम, मणिपुर और कर्नाटक के लोगों को ठग चुके हैं। 

आरोपी बकायदा फर्जी वेबसाइट बनाते थे। साथ ही ऑनलाइन फर्जी विज्ञापन देते थे। जब लोग इनकी साइट पर विजिट करते थे, तो पूरी सरकारी वेबसाइट की तरह ही यह काम करती थी। लोग वेबसाइट में जाकर यहां खुद को रजिस्टर करवा लेते ये। 

इस संबंधी बकायदा फोन नंबर जारी किए थे। जो कि दिन के समय काम करते थे। जो इनके जाल में फंस जाते थे। उन्हें यह अपने एकाऊंट में पैसे डालने के लिए कहते थे। इसके बाद ठगी का खेल शुरु हो जाता था। मोहाली के मटौर थाने में आरोपियों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

कुछ समय शिकार के संपर्क में रहते थे अपराधी :
पकड़े गए अपराधियों के हौसले इतने बुलंद ये कि लोगों से ठगी करने पर वह उनसे कुछ समय के लिए संपर्क बनाए रखते थे। उन्हें जाली अपरुवल लैटर व अन्य लाइसैंस भेज देते थे। 

जब लोगों को इस चीज का पता चलता था तो वह संबंधित कंपनियों के दफ्तर में जाते बे। इस दौरान उनकी पोल खुल जाती थी। लेकिन तब तक आरोपियों के मोबाइल बंद हो चुके होते थे। हर ग्राहक को एक नए नंबर से फोन करते थे। ऐसे में उन पर संदेह नहीं होता था।

4 लाख 90 हजार रुएए व कार भी बरामद :
पकड़े गए अपराधियों से 4 लाख 90 हजार रुपए नकदी, एक स्कार्पियो गाड़ी, दो लैपटॉप व कई मोबाइल फोन व सिम कार्ड बरामद किए हैं। यह सारे फोन अब बंद पड़े हैं। आरोपी पूरी फिल्‍मी स्टाइल में ही वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों ने 2। के करीब खातों में ऐसा जमा करके रखा था। इन खातों से अढाई लाख रुपए फ्रीज करवाए जा चुके हैं। आरोपियों से पुलिस पूछताछ जारी है।


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Priyanka rana

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