फ्लैट्स पजेशन में होगी साल भर की देरी

punjabkesari.in Wednesday, Sep 14, 2016 - 01:08 PM (IST)

नर्इ दिल्लीः बिल्डर्स ने जिन बायर्स को इस साल उनके फ्लैट का पजेशन देने का वादा किया था, उनमें से आधे को निराशा हाथ लग सकती है। प्रॉपर्टी रिसर्च फर्म प्रॉपइक्विटी के डेटा के मुताबिक, देश के टॉप 7 शहरों में जून तक सिर्फ 1,80,716 अपार्टमेंट्स बनकर तैयार हुए थे, जबकि इस साल के अंत तक कुल 6,74,834 अपार्टमेंट्स के तैयार होने का अनुमान दिया गया है। इनमें से आधे से ज्यादा अपार्टमेंट्स का निर्माण कार्य अगले साल पूरा होने की संभावना है। यह बात प्रॉपइक्विटी के मैनेजिंग डायरेक्टर समीर जसूजा ने कही।

 

इनमें से 60 फीसदी से ज्यादा अपार्टमेंट्स 2010 से 2013 के बीच लांच हुए थे। इससे पता चलता है कि उनका निर्माण कार्य पूरा होने में पहले ही एक से 3 साल की देरी हो चुकी है। ऐसे में स्वाभाविक तौर पर पहले से ही परेशान होम बायर्स को पजेशन देने का बिल्डर्स का वादा पूरा होने में और वक्त लगेगा। बिल्डर्स के नए शेड्यूल के मुताबिक 6,21,297 अपार्टमेंट्स का निर्माण 2017 में पूरा करके उनको खरीदार के हवाले कर दिया जाएगा लेकिन आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि इस साल डिलिवर होने वाले कुछ अपार्टमेंट्स का पजेशन अगले साल में शिफ्ट हो सकता है।

 

प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी सीबीआरई में चेयरमैन-इंडिया और साउथ ईस्ट एशिया अंशुमान मैगजीन कहते हैं, ''बिल्डर्स के पास फंड नहीं है। वहीं, घरों की मांग भी सुस्त है।'' इस साल जिन 6,74,834 अपार्टमेंट्स का निर्माण कार्य पूरा होना था, उनमें ठाणे में सबसे ज्यादा 1,04,788 फ्लैट्स बनने थे। जहां तक बैंगलूर की बात है तो वहां 1,02,115 और पुणे में 88,627 अपार्टमेंट्स का निर्माण होना था।

 

गौरतलब है कि 2015 में 3,80,808 फ्लैट्स बने थे जबकि उससे पहले यानी 2014 में 2,68,376 जबकि 2013 में 2,14,811 और 2012 में 2,02,741 फ्लैट्स बने थे। गुड़गांव के बिल्डर अल्फा कॉर्प डिवेलपमेंट के सीईओ आशीष सरीन के मुताबिक मांग का जरूर से ज्यादा अनुमान लगाने और बायर्स से मिले पैसों को सही से नहीं संभाल पाने, कॉस्ट में बढ़ोतरी होने और फंड इनफ्लो रुक जाने की वजह से ऐसे हालात बने हैं।


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