ऑप्रेशन थिएटर में घंटों ब्लड के लिए तड़पती रही गर्भवती

punjabkesari.in Thursday, Feb 21, 2019 - 10:52 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): पंजाब सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के प्रसव दौरान फ्री ब्लड देने के आदेशों को अमृतसर का सरकारी ब्लड बैंक मामूली जानता है, क्योंकि सरकारी ब्लड बैंक में डोनर बिना रक्त नहीं मिलता। सरकारी बेबे नानकी मदर एंड चाइल्ड केयर सैंटर की एमरजैंसी में दाखिल एक गर्भवती के वारिसों को बिना डोनर के रक्त देने के लिए ब्लड बैंक और अधिकारियों ने मना कर दिया। ब्लड न मिलने के कारण गर्भवती ऑप्रेशन थिएटर में घंटों दर्द से तड़पती रही।

वारिसों ने अपने रिश्तेदार को मौके पर बुलाकर डोनर देने के उपरांत ब्लड हासिल किया। पारिवारिक सदस्यों ने आरोप लगाया कि ब्लड बैंक के पी.आर.ओ. रवि महाजन द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।पंजाब सरकार की तरफ से तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अंतर्गत सरकारी अस्पतालों में दाखिल हर प्रकार के मरीजों खास कर गर्भवती महिलाओं को प्रसव दौरान फ्री ब्लड देने के आदेश दिए गए हैं परन्तु गुरु नानक देव अस्पताल के अधीन चलने वाले सरकारी ब्लड बैंक में बिना डोनर के गर्भवती महिलाओं को एमरजैंसी दौरान ब्लड नहीं दिया जा रहा। 

गर्भवती राजविन्दर कौर के पति मनप्रीत सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी ऑप्रेशन थिएटर में थी। थिएटर के डाक्टरों की तरफ से उसे कहा गया है कि जल्दी ब्लड लेकर आओ मरीज में खून की काफी कमी है और डाक्टरों ने उसे सरकारी पर्ची भी बनाकर दी। जब वह सरकारी ब्लड बैंक में पहुंचा तो वहां कुर्सी पर बैठे पी.आर.ओ. रवि महाजन को पर्ची दिखा कर ब्लड देने की मांग की तो महाजन ने कहा कि पहले डोनर लेकर आओ फिर ब्लड मिलेगा। मनप्रीत ने उसे जब पंजाब सरकार की हिदायतों संबंधी बताया तो उन्होंने फिर बात दोहराई कि डोनर लाओगे तो ही खून मिलेगा इस तरह नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से दावे तो बहुत किए जाते हैं परन्तु वास्तविकता में निचले स्तर पर इनका प्रभाव बेहद कम होता है। 

अपने चहेतों को देते हैं फ्री में ब्लड 

उधर दूसरी तरफ पीड़ित परिवार की मदद के लिए आए समाज सेवक जय गोपाल लाली और आर.टी.आई. एक्टीविस्ट रजिन्दर शर्मा राजू ने कहा कि सरकार द्वारा फ्री रक्त देने की सुविधा दी गई है परन्तु उक्त ब्लड बैंक वाले यह सुविधा सरकारी अस्पतालों के मरीजों को न देकर अपने चहेते प्राइवेट अस्पतालों को दे रहे हैं। दूर-दराज से आने वाले मरीजों के वारिसों के साथ ठीक व्यवहार नहीं किया जा रहा। बैंक में सेवा मुक्त हुए कर्मचारियों को लगाकर ओवरऑल इंचार्ज बनाया जा रहा है। यदि उक्त मरीज को समय पर खून न मिलता तो उसकी कीमती जान को नुक्सान भी हो सकता था।

इंचार्ज ने नहीं उठाया फोन, पी.आर.ओ. कहते मैंने दिला दिया खून 
इस संबंधी जब ब्लड बैंक के इंचार्ज डा. नीरजा शर्मा के साथ बातचीत करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा, जबकि पी.आर.ओ. रवि महाजन ने कहा कि सरकार की तरफ से फ्री खून दिए जाने का आदेश है और गर्भवती राजविन्दर कौर के पति को तुरंत बिना डोनर के खून दे दिया गया। रवि महाजन ने कहा कि परिवार की तरफ से खुद ही खून लेने के उपरांत डोनर द्वारा खून दिया गया है। उन्होंने किसी के साथ भी गलत व्यवहार नहीं किया।


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