सिक्योरिटी स्टाफ पर ब्लड यूनिट पहुंचाने से रोकने का लगाया आरोप

punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 08:17 AM (IST)

मोगा (संदीप): जिला स्तरीय सिविल अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में सोमवार की देर रात उस समय सिक्योरिटी स्टाफ तथा डिलीवरी के लिए आई एक जच्चा परिवार के बीच विवाद खड़ा हो गया, जब सिक्योरिटी गार्ड द्वारा दाखिल जच्चा के पति को अस्पताल प्रबंधकों द्वारा निर्धारित किए नियमों का हवाला देते हुए उसको वार्ड में जाने से रोक दिया गया। विवाद ने उस समय बड़ा रूप धारण कर लिया, जब एक मृतक बच्ची को जन्म देने वाली उक्त जच्चा की भी मौत हो गई।

मौके पर सिक्योरिटी स्टाफ पर कथित तौर पर आरोप लगाते हुए गांव सलीना निवासी जच्चा परमजीत कौर के पति सुखमंदर सिंह ने बताया कि उसके द्वारा अपनी गर्भवती पत्नी को सोमवार दोपहर करीब 3 बजे सिविल अस्पताल में डिलीवरी के लिए लाया गया था। उसकी पत्नी ने एक मृतक बच्ची को जन्म दिया था, जिसके बाद उसकी पत्नी परमजीत कौर की भी तबीयत बिगड़ गई। इस पर वार्ड के स्टाफ द्वारा उसको ब्लड यूनिट का प्रबंध करने के लिए कहा गया था, जिस कारण वह अस्पताल के ब्लड बैंक में से ब्लड यूनिट लेकर वार्ड में जाना चाहता था। दूसरी तरफ सिक्योरिटी स्टाफ ने उन पर लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि वार्ड में जाने की जिद करने वाले जच्चा के पति सुखमंदर सिंह के पास उस मौके कोई भी ब्लड यूनिट नहीं था।

अस्पताल के ब्लड बैंक के स्टाफ ने भी पुष्टि की कि सुखमंदर सिंह ब्लड बैंक में बिना ब्लड सैंपल लिए ब्लड यूनिट का पता करने के लिए आया था, लेकिन बिना सैंपल चैक किए तथा बिना ब्लड ग्रुप का पता लगाए ब्लड यूनिट देना संभव नहीं था। इस मामले में जच्चा-बच्चा वार्ड की मैटर्न चरनजीत कौर ने मृतका परमजीत कौर की मैडीकल फाइल के रिकार्ड के आधार पर बताया कि जच्चा परमजीत कौर को दौरे भी पड़ रहे थे तथा डिलीवरी के बाद उसको लगातार ब्लीडिंग हो रही थी, जिस कारण उसकी मौत हुई है। सूत्रों के अनुसार सच्चाई समझाने के बाद रिश्तेदार जच्चा-बच्चा के शव को लेकर घर चले गए।


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Anjna

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