शहर में ऑटो को 2 शिफ्टों में चलाने की तैयारी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 12, 2018 - 11:08 AM (IST)

 

भिवानी(मोटू): शहर में इस समय जाम लगने का सबब बने हुए आटो वालों को शहर में 2 शिफ्टों में ऑटो चलाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए शहर के आधे ऑटो चालकों को सुबह 4 से शाम 4 बजे तो आधे ऑटो चालकों को शाम 4 से सुबह 4 बजे तक चलने दिया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही ट्रैफिक विभाग डी.सी., एस.पी., एस.डी.एम. से अनुमति लेने के अलावा इस बारे में शहर के ऑटो यूनियनों के प्रधानों और पदाधिकारियों से भी बात करेगा ताकि इस काम को अमलीजामा पहनाया जा सके।

यहां बता दें कि इस समय शहर में करीब 4 हजार ऑटो चल रहे हैं। इनमें से अधिकतर ऑटो बस स्टैंड से होते हुए रोहतक गेट, महम गेट, पुराना बस स्टैंड, हांसी गेट, घंटाघर होते हुए रेलवे स्टेशन तक जाते हैं। इसके अलावा दूसरे नम्बर सबसे ज्यादा ऑटो रोहतक गेट से महम गेट, पुराना बस स्टैंड, हांसी गेट, घंटाघर, दिनोद गेट होते हुए लोहारू रोड ओवरब्रिज तक चलते हैं। इसलिए रोहतक गेट से घंटाघर तक इस समय शहर में सबसे ज्यादा ऑटो चलते हैं। इसके चलते इन आटो के कारण महम गेट से ही जाम लगना शुरू हो जाता है जो घंटाघर तक जारी रहता है।

ट्रेन का समय होते ही खाली ऑटो को स्टेशन की ओर ले चलते हैं ऑटो चालक वैसे तो रोडवेज ने ट्रेनों की टाइमिंग के अनुसार रेलवे स्टेशन से बस स्टैंड तक सिटी बस सेवा शुरू की हुई है। इसके बावजूद आटो चालक भी ट्रेनों के आने के समय अपने ऑटो को चाहे उन्हें एक भी सवारी ना मिले वे बस स्टैंड से चलकर रेलवे स्टेशन पहुंच जाते हैं। इसलिए उस समय शहर में ज्यादा जाम लगता है, जबकि रेलवे स्टेशन जाते समय इन आटो में या तो सवारी होती ही नहीं या फिर एकाध सवारी ही होती है। इसलिए इन ऑटो के इस तरह खाली सड़कों पर दौडऩे से प्रदूषण फैलने के अलावा जाम लगने की संभावना ज्यादा रहती है। पुलिस को करनी पड़ती है मशक्कत इन ऑटो के कारण शहर के महम गेट, हांसी गेट और घंटाघर पर समय-समय पर जाम लगता रहता है।

इसलिए इस जाम को खुलवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस को अच्छा खासा पसीना बहाना पड़ता है। इसके अलावा ये ऑटो चालक शहर में कहीं भी सवारी के इशारा करने पर अपने ऑटो को बीच सड़क में रोककर उस सवारी को ऑटो में बिठाने के चक्कर में शहर में जाम लगाने का काम कर रहे हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने इस समस्या से पार पाने के लिए नई रूपरेखा तैयार की है। ताकि हर गली रोशन हो और पूरा निगम क्षेत्र विकास के पथ पर अग्रसर हो सके। 2 शिफ्टों में चलाए जाएं ऑटो ट्रैफिक पुलिस की इस नई योजना के तहत शहर में 2 शिफ्टों में आटो चलने चाहिएं। इससे एक ओर जहां इन ऑटो चालकों को सवारियां अच्छी मिलने से उन्हें फायदा होगा तो दूसरी ओर शहर की सड़कों पर एक साथ सारे ऑटो चलने से प्रदूषण और जाम की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने यह योजना तैयार की है।

अगर शहर में यह योजना लागू हो जाती है तो इसका फायदा शहरवासियों के अलावा ऑटो चालकों को भी होगा। यह बोले ट्रैफिक प्रभारी इस बारे में ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पैक्टर प्रेम सिंह ने बताया कि इस समय शहर में ऑटो की संख्या ज्यादा और सवारियों की संख्या कम होने से शहर में ऑटो वाले खाली ही अपने ऑटो को दौड़ाते रहते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने यह योजना बनाई है कि शहर में चलने वाले इन ऑटो को 2 शिफ्टों में चलाया जाए। इसके लिए वे पहले एस.पी. उसके बाद डी.सी. और उसके बाद एस.डी.एम. से अनुमति ली जाएगी। शहर के ऑटो यूनियनों के प्रधानों और उनके पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर उन्हें ट्रैफिक पुलिस की इस योजना के फायदों के बारे में अवगत करा इस योजना को लागू किया जाएगा। पुलिस को करनी पड़ती है मशक्कत इन ऑटो के कारण शहर के महम गेट, हांसी गेट और घंटाघर पर समय-समय पर जाम लगता रहता है। इसलिए इस जाम को खुलवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस को अच्छा खासा पसीना बहाना पड़ता है। इसके अलावा ये ऑटो चालक शहर में कहीं भी सवारी के इशारा करने पर अपने ऑटो को बीच सड़क में रोककर उस सवारी को ऑटो में बिठाने के चक्कर में शहर में जाम लगाने का काम कर रहे हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने इस समस्या से पार पाने के लिए नई रूपरेखा तैयार की है। ताकि हर गली रोशन हो और पूरा निगम क्षेत्र विकास के पथ पर अग्रसर हो सके।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Deepak Paul

Recommended News

Related News

static