वर्ल्ड हैलो डेः कॅरियर क्षेत्र में संवाद कौशल या बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल की जरूरत
punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 01:51 PM (IST)
नई दिल्लीः विश्व के 180 देश 21 नवंबर को वर्ल्ड हैलो डे मनाते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस से जुड़ा है। योम किप्पूर वार के जवाब में इसे 1973 से शुरू किया गया है। इसका मतलब है कि युद्ध की जगह शांति और वार्ता के जरिये समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। 30 से अधिक नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं, 100 से अधिक प्रसिद्ध लेखकों, विश्व के बड़े नेताओं व कलाकारों ने इस दिवस की शुरूआत को प्रभावशाली माना है।
कॅरियर व शिक्षा में लाभकारी
केवल किसी को हैलो कह देने से काम नहीं चलता। आजकल लगभग हर कॅरियर क्षेत्र में संवाद कौशल या बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल की जरूरत होती है। यह दिन उसी से जुड़ा हुआ है। जीवन में संवाद कौशल को अपना लेने से कॅरियर व उच्च शिक्षा के हर क्षेत्र में यह लाभकारी हो जाता है।
कई कॅरियर क्षेत्र जुड़े हैं इससे
बंद कमरों में किए जाने वाले कार्य या रिसर्च वर्क को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी कॅरियर क्षेत्र कम्युनिकेशन स्किल से जुड़े हैं। उच्च शिक्षा व नौकरियों के लिए होने वाले हर इंटरव्यू में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ग्रुप डिस्कशन, पर्सनल इंटरव्यू तथा फोन या ई-मेल आदि पर होने वाले इंटरव्यू में भी कम्युनिकेशन स्किल का भारी असर पड़ता है। शब्दों के जरा से गलत उपयोग से अर्थ का अनर्थ हो सकता है।
कितनी तरह के कम्युनिकेशन स्किल
वर्बल : इसमें वाक् पटुता या बोलचाल का कौशल आता है। इनमें यू-ट्यूब कंटेंट, वीडियो प्रजेंटेशन आदि शामिल हैं।
नॉन वर्बल : इसमें शब्दों का उपयोग किए बिना संवाद करने का कौशल आता है। इनमें लोगो, चार्ट व ग्राफ आदि बनाना शामिल है।
बॉडी लैंग्वेज : इसमें आप अपनी शारीरिक व शाब्दिक भाव भंगिमाओं से दूसरे को प्रभावित कर सकते हैं।
रिटन : इसमें आप लिखित रूप से बेहतरीन शब्दों का प्रयोग कर दूसरों को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें किताबें, मैगज़ीन जैसे प्रिंटेड तथा वेबसाइट, ब्लॉग, ई-मेल, ई-पेपर जैसे डिजिटल मीडिया शामिल हैं।
कैसी कम्युनिकेशन स्किल जरूरी
स्पष्ट : जिसमें आप अपनी बात सही तरीके से बिना झिझक कह सकें।
प्रभावी : जिसमें आपकी कही बात का सही व सार्थक असर पड़े।
सटीक : जिसमें कहे विचारों को वहां मौजूद कोई व्यक्ति नज़रअंदाज न कर सके।