सीएम की स्मार्ट सिटी पर दाग लगा रही शहर के बीच बनी डेयरियां, शिफ्टिंग लटकी

punjabkesari.in Tuesday, Nov 20, 2018 - 04:45 PM (IST)

करनाल(केसी आर्या): सीएम सिटी करनाल में डेयरी शिफ्टिंग का मामला अधर में लटका हुआ है। नगर निगम के गठन से पहले नगर परिषद द्वारा डेयरी शिफ्टिंग को लेकर शुरुआत की गई थी, लेकिन आज भी डेयरियां करनाल शहर में वहीं की वहीं हैं। सीएम सिटी करनाल के स्मार्ट होने के बावजूद शहर में जगह-जगह डेयरियों के होने की वजह से सड़कों पर गोबर के ढेर लग जाते हैं, जिससे गंदगी फैल जाती है। हैरानीजनक बात यह है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निवास स्थान से मात्र 50 मीटर की दूरी पर दो डेयरियों का संचालन किया जा रहा है।

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गौरतलब है कि वर्ष 2003 में शहरी नगर निकाय मंत्री ने पशु डेयरियों को शहर से शिफ्ट करने का ऐलान किया था। स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद शहर की सरकार ने इसे गंभीरता से लिया। लेकिन नोटिस के बाद भी महज 84 डेयरी संचालकों ने ही पिंगली गांव में जगह के लिए आवेदन किया। जबकि इनमें से केवल 14 लोगों ने अब तक अग्रिम राशि जमा करवाई । जबकि नगर निगम ने पुराने सर्वे के अनुसार शहर में करीब 198 डेयरियां थी।

शहर से डेयरी शिफ्टिंग के लिए किए जा रहे दावे पिछले कई सालों बाद भी पूरे नहीं हो पाए। हर बार समय सीमा भी तय की गई, लेकिन योजना है कि सिरे चढऩे का नाम ही नहीं ले रही। अधिकारी ऐड़ी चोटी का जोर लगाकर हार चुके हैं। शहर में स्थापित डेयरियों को स्थानांतरित करने के लिए कई बार योजनाएं बनी, लेकिन हर बार यह कागजों तक ही सिमट कर रह गई। नगर निगम हाउस की बैठक में कई बार पहले भी डेयरी शिफ्ट करने का दावा किया गया था, लेकिन शहर को डेयरियों से आजादी अभी मिलती दिखाई नहीं दे रही है।

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नगर निगम ने डेयरियों को शहर से बाहर करने के लिए पिंगली गांव में 32 एकड़ जगह पंचायत से खरीदी थी। इसमें कुल 230 प्लॉट बनाने हैं। इसमें से 222 प्लॉट पशु डेयरियों व 8 प्लॉट अन्य कार्य के लिए रहेंगे। 5 से 15 पशुओं के लिए 250 वर्ग गज का प्लॉट, 16 से 25 पशुओं के लिए 355 वर्ग गज और 26 से 50 पशुओं के लिए 500 वर्ग गज का प्लाट देने का प्रावधान है। पूरे प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने पर करीब 23 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। 

वहीं स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के वाइस चेयरमैन सुभाष चन्द्र ने कहा कि नगर निगम डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह बात सरकार व प्रशासन के ध्यान में है। इसके कई स्टेप्स बने हुए हैं और कई पहलुओं पर गौर किया गया है। डेयरी शिफ्टिंग को लेकर पिंगली गांव को चिन्हित किया गया है जिसमे कई विषय पेंडिंग थे जिनको ठीक किया गया है। डेयरी संचालकों की कुछ मूलभूत सुविधाएं पहले वहां उनको मिले यह हमारी प्राथमिकता है, तभी इसको शिफ्ट किया जाएगा पूछे गए सवाल पर चेयरमैन ने कहा की यह सच है कि डेयरी शिफ्टिंग में देरी हो रही है लेकिन साकार इसके प्रति गंम्भीर है।


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Shivam

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