‘साइबर स्पेस में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो’

punjabkesari.in Friday, Nov 16, 2018 - 11:12 AM (IST)

नई दिल्ली :  रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि साइबर स्पेस तेजी से एक ऐसा माध्यम बन रहा है, जिसके जरिए महिलाएं काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि साइबर स्पेस में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे से निपटना जरूरी होगा। 

उन्होंने कहा कि महिलाओं का स्थान सिर्फ उनका घर नहीं है। पार्क, सार्वजनिक परिवहन या थिएटर जैसे सार्वजनिक स्थान जो पुरुषों के लिए उपलब्ध हैं, वहां भी महिलाओं को सुरक्षित महसूस होना चाहिए। वे सिर्फ सुरक्षित ही नहीं रहें बल्कि उन्हें सुरक्षित महसूस भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि साइबर स्पेस में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। यह बात रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लखनऊ के सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा दिल्ली स्थित ली मीरिडियन होटल में में आयोजित किए जा रहे सम्मेलन के ‘नारी के प्रति हिंसा’ विषय पर कही। 


उन्होंने कहा कि अगर आभासी दुनिया महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं होगी तो हम एक बहुत ही मुश्किल स्थिति में होंगे। महिलाओं व बालिकाओं को अत्याचार व हिंसा से बचाने के लिए मीडिया, न्यायपालिका, सरकार और स्कू ल की भूमिका अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है। सम्मेलन में बैरोनेस हेलेना केनेडी, ब्रिटेन संसद सदस्य ने कहा कि महिलाएं समाज के विकास व उत्थान की धुरी हैं। अत: सामाजिक विकास से महिलाओं को जोडऩा अत्यन्त आवश्यक है। कार्यक्रम में मॉरिशस की पूर्व राष्ट्रपति अमीना गरीब ने कहा कि प्रत्येक बालक परमात्मा उपहार है चाहे वह बालक हो अथवा बालिका, इसलिए बालक-बालिकाओं में भेद करने से प्रकृति मे आया असंतुलन विनाशकारी सिद्द होगा। सम्मेलन में क्रोशिया के पूर्व राष्ट्रपति, महामहिम स्तेपान मेसिच ने कहा कि लिंग आधारित हिंसा जिसका सामना महिलाओं को सार्वजनिक व निजी दोनों स्थानों पर करना पड़ता है। 

सम्मेलन में 5 देशों के राष्ट्र प्रमुखों के साथ ही 3 देशों की संसद के माननीय अध्यक्षगण एवं 4 देशों के मंत्रीगण, थाईलैंड की राजकुमारी डॉ. माम लुआंग राजद्रसरी जयंकुरा सहित विश्व के 70 देशों के 300 से भी अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, काननूविद् एवं शांति प्रचारकों ने हिस्सा लिया।


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pooja

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