क्या है खून की कालाबाजारी का रहस्य !

punjabkesari.in Thursday, Nov 15, 2018 - 10:02 AM (IST)

जालंधर (मृदुल) : गत दिवस जोशी अस्पताल में बने अल्फा क्लीनिकल लैब एंड डायग्नोस्टिक्स सैंटर में खून की कालाबाजारी होने के मामले में एक अहम तथ्य सामने आया है। कुछ ही महीनों में इतने बड़े स्तर पर खून की कालाबाजारी कैसे हुई, यह भी अपने आप में एक बड़ा सवाल है। 

जानकारों की मानें तो जालंधर के अस्पतालों में एशिया का सबसे बड़ा हब माना जाता है, क्योंकि यहां इस वक्त सबसे ’यादा प्राइवेट अस्पताल और ब्लड बैंक हैं। अकेले जालंधर में ही 23 ब्लड बैंक हैं जोकि बड़े स्तर पर लोगों को खून मुहैया करवा रहे हैं। इस मामले में कहीं ब्लड बैंकों की आपसी रंजिश तो नहीं? हालांकि देखा जाए तो पिछले कुछ महीनों में खून तस्करी के मामले अचानक उजागर होने के कारण जहां एक तरफ प्राइवेट अस्पताल व इस काले धंधे से जुड़ी कुछ काली भेड़ें सतर्क हो चुकी हैं, वहीं लोग भी इस बारे जागरूक हो रहे हैं। 

अब सवाल उठता है कालाबाजारी का तो कुछ महीने पहले गुलाब देवी अस्पताल में खून की कालाबाजारी का मामला उजागर हुआ, कुछ महीने बाद सिविल अस्पताल में भी ऐसा मामला सामने आया जिसके बाद हीलिंग टच अस्पताल में हुए खून के मामले के साथ -साथ पिम्स अस्पताल को भी घसीटने की कोशिश की गई थी। हालांकि पिम्स को क्लीन चिट तो मिल गई, मगर कुछ शरारती तत्व अब बाकी ब्लड बैंकों को निशाना बना रहे हैं ताकि उनके मार्फत अपने निजी काम करवाए जा सकें और बड़े स्तर पर इस कालाबाजारी को अंजाम दिया जा सके ।


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