विहिप के प्रस्तावित धर्म सम्मेलन से अल्पसंख्यक खौफजदा: अंसारी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 05:05 PM (IST)

अयोध्याः अयोध्या में विवादित स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) की 25 नवंबर को प्रस्तावित धर्म सभा को मुस्लिम समुदाय की जानमाल के लिए संभावित खतरा करार देते हुए बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा की मांग की है।  

अंसारी ने बुधवार को बातचीत में कहा कि विहिप ने 25 नवंबर को पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर स्थित भक्तमाल के बगिया में धर्मसभा का आयोजन किया है। विहिप का दावा है कि धर्मसभा में संत-धर्माचार्य के अलावा लाखों रामभक्त इकट्ठा होंगे। संवेदनशील जिले मेें इस तरह के बड़े आयोजन की इजाजत देना कतई ठीक नहीं है जबकि विवादित स्थल का मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि लाखों की तादाद में रामभक्तों के यहां जुटने से मुस्लिम समुदाय खुद को बेहद असुरक्षित महसूस कर रहा है। उसका कारण है कि 1992 में जब बाबरी ढांचा ढहाया गया था तो ऐसे ही कार्यक्रम हुआ था जिसमे लाखों लोग जमा हुए थे। उस दौरान मस्जिद और मुसलमानों के घरों को तोड़ा गया था। हम लोग अब चाहते हैं कि 1992 की घटना की पुनरावृत्ति ना हो।  

अयोध्या में एक तरफ शिवसेना के उद्धव ठाकरे आ रहे हैं और दूसरी तरफ विश्व हिन्दू परिषद का यह कार्यक्रम हो रहा है जिससे लाखों लोग अयोध्या में प्रवेश कर जायेंगे। इससे तो यही लगता है कि अयोध्या के मुसलमान अब यहां से पलायन कर जाये।  पक्षकार ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकार अयोध्या के मुसलमानों की सुरक्षा नहीं करेगा तो निश्चित तौर पर 1992 की घटना घटित होने में देर नहीं लगेगी क्योंकि अयोध्या के हिन्दू और मुसलमानों में आज भी बहुत बड़ा प्रेम भाव है। बाहरी लोग आ करके इस प्रेम भाव को नफरत में बदलने का काम करते हैं। उन्होंने कहा है कि हिन्दू और मुस्लिम सभी लोग सर्वोच्च न्यायालय का सम्मान करें और उनकी न्याय की प्रतीक्षा करें। न्यायालय जो भी निर्णय करेगा हम लोग मानने के लिये तैयार हैं।


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Ruby

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