पाकिस्तान को अफरीदी की नसीहत, कहा- कश्मीर क्या संभालोगे, पहले खुद को संभालो
punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 04:12 PM (IST)
नई दिल्लीः पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व आलराउंडर शाहिद अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे को लेकर ऐसा बयान दिया, जिसके बाद उन्हें अपने ही देश के लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ सकता है। अफरीदी ने इंग्लैंड में स्थित हाउस ऑफ कॉमन्स में कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर की चिंता नहीं करनी चाहिए। पाकिस्तान अपने चार प्रांतों की तो ठीक से सुरक्षा कर नहीं पा रहा है, वह कश्मीर का क्या हित कर पाएगा।
अलग देश बनाने की रखी मांग
अफरीदी ने इसके अलावा कश्मीर को एक अलग देश बनाने की भी मांग रखी। उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान को कश्मीर की चिंता नहीं करनी चाहिए। आप इंडिया को भी मत दो। पाकिस्तान को भी नहीं चाहिए। कश्मीर को अपने में रहने दो। कश्मीर अलग मुल्क बने। कम से कम इंसानियत तो जिंदा रहे आैर जो इंसान मर रहे हैं, कम से कम वो तो ना मरें।''
पहले भी दे चुके हैं बयान
यह पहला मौका नहीं है जब अफरीदी ने कश्मीर पर बयान दिया हो। उन्होंने इसी साल अप्रैल में ट्वीट करके जम्मू-कश्मीर में सेना के आतंकरोधी अभियान के तहत मारे गए 13 आतंकियों से हमदर्दी जताई थी, जिसके बाद उनकी कड़ी आलोचना हुई थी। अफरीदी ने हमदर्दी जताते हुए लिखा था- "भारत अधिकृत कश्मीर (जम्मू-कश्मीर) की स्थिति बेचैन करनेवाली और चिंताजनक है। यहां आत्मनिर्णय और आजादी की आवाज को दबाने के लिए दमनकारी शासन द्वारा निर्दोषों को मार दिया जाता है। हैरान हूं कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन कहां हैं? वे इस खूनी संघर्ष को रोकने के लिए कुछ क्यों नहीं कर रहे?"
कश्मीर के समर्थन में किया था ट्वीट
अफरीदी कश्मीर की आज़ादी के समर्थन में काफी ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने 2017 में ट्वीट किया था कि कश्मीर एक जन्नत है जो काफी समय से हिंसा का शिकार होती आया है, अब समय है कि इस मुद्दे को सुलझाया जाए। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि 'आई स्टैंड विद कश्मीर, कश्मीर सॉलिडेरिटी डे'।
देखें अफरीदी की प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो-
“It hurts to see the sufferings of Kashmiris, For the sake of #Humanity #India and #Pakistan should leave #Kashmir and let the Kashmiris decide their future, we are already struggling to manage four provinces” says @SAfridiOfficial speaking to the students at British Parliament. pic.twitter.com/MKaSGYBJWe
— Farid Qureshi (@faridque) 13 नवंबर 2018