‘राष्ट्र के विकास में संस्कृत की महत्वपूर्ण भूमिका है’

punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 02:17 PM (IST)

नई दिल्ली: राष्ट्र के विकास में संस्कृत और शिक्षा की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। संस्कारित शिक्षा तभी मिलेगी जब संस्कृत का विकास होगा । 


ये विचार दिल्ली विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सूबे सिंह राणा व्यक्त किए। वह दिल्ली संस्कृत अकादमी द्वारा राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय द्वारका में आयोजित दक्षिण पश्चिम बी मण्डल की छ: दिवसीय संस्कृत प्रतियोगिताओं का शुभारम्भ करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। अकादमी के सचिव डॉ. जीतराम भट्ट ने कहा कि प्रतियोगिताएं किसी व्यक्ति के मानसिक विकास के लिये निरन्तर होनी आवश्यक है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

pooja

Recommended News