बेअदबी कांडः एस.आई.टी. के सम्मुख पेश हुए मनतार बराड़

punjabkesari.in Saturday, Nov 10, 2018 - 01:51 PM (IST)

फरीदकोट (राजन): कोटकपूरा और बहबल में बेअदबी कांड के बाद शांतमयी धरने पर बैठी संगत पर पुलिस द्वारा चलाई गई गोली की घटना की जांच करने के लिए कैप्टन सरकार द्वारा गठित की गई एस.आई.टी. (विशेष जांच टीम) के सम्मुख  हरजीत सिंह संधू एस.डी.एम., बलजीत सिंह सिद्धू एस.पी.एच. फिरोजपुर और कोटकपूरा से पूर्व अकाली विधायक मनतार सिंह बराड़ पेश हुए। इस दौरान उनके बयान कलमबद्ध किए गए। जानकारी अनुसार एस.आई.टी. के मैंबर आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह ने उक्त सभी को पहले बीती 1 नवम्बर को जांच टीम के समक्ष पेश होने का सम्मन भेजा था परन्तु उस समय ये पेश नहीं हुए थे। 

वर्णनीय है कि 14 अक्तूबर, 2015 को कोटकपूरा के चौक में घटी गोलीकांड की घटना के मौके हरजीत सिंह संधू कोटकपूरा में बतौर एस.डी.एम. और बलजीत सिंह सिद्धू बतौर डी.एस.पी. तैनात थे जबकि मनतार सिंह बराड़ उस समय अकाली दल की सरकार में संसदीय सचिव के पद पर होने के साथ-साथ हलका कोटकपूरा की नुमाइंदगी भी कर रहे थे। कैप्टन सरकार द्वारा ए.डी.जी.पी. प्रमोद बान के नेतृत्व में गठित की गई एस.आई.टी. उक्त मामले की जांच बहुत गहराई से कर रही है। अब तक पंथप्रीत सिंह और उनके साथियों सहित लगभग 50 पीड़ितों की तरफ से अपने बयान कलमबद्ध करवाए जा चुके हैं। 


जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की जांच रिपोर्ट बारे पंजाब विधानसभा में हुई खुली बहस और नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से पेश किए गए वीडियो क्लिपों से स्पष्ट हो चुका है कि धरनाकारियों में कोई भी शरारती तत्व शामिल नहीं था और घटना समय धरनाकारी शांतमयी ढंग से नाम सिमरन कर रहे थे। मनतार सिंह बराड़ पूर्व विधायक ने कहा था कि तत्कालीन राज्य सरकार इस शांतमयी धरने को शान्ति के साथ ही खत्म करवाने के हक में थी परंतु कुछ शरारती तत्वों की घुसपैठ के कारण पुलिस प्रशासन को सख्ती बरतनी पड़ी जिससे यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।  


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