अखाड़ा परिषद ने कंप्यूटर बाबा को बहिष्कृत करने के फैसले का किया स्वागत: नरेन्द्र गिरी

punjabkesari.in Friday, Nov 02, 2018 - 03:46 PM (IST)

प्रयागराजः साधु संतों की जानी मानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने मध्य प्रदेश के दिगंबर अनि अखाड़ा द्वारा महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा को बहिष्कृत करने के निर्णय का स्वागत किया है। महंत गिरी ने कहा कि कंप्यूटर बाबा की गतिविधयां संतो की मर्यादा के आचारण के विपरीत थी। संतो का काम समाज के हितार्थ होना चाहिए, राजनीति के पचड़े से दूर रहना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि संतो को अपने सत्कर्मो से समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करना चाहिए और आपसी प्रेम और एकता के धागे में पिरोने का काम करना चाहिए। संत-महात्मओं को सदैव समाज कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। संत-महात्मा को लोगों में धर्म एवं सत्संग का ज्ञान बांटने का काम करना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ियों में संस्कार जीवित रहे। वह कम से कम ऐसा कार्य न करें जो धर्म विरूद्ध हैं या कि जो धर्म से भटकाने वाले हैं। उन्होंने बताया कि उनके इन्हीं कृत्यों से आजिज अखाड़ा परिषद ने निष्कासन की अनुशंसा की थी। 

महंत ने बताया कि दिगंबर अनि अखाडा के पंचो ने संतो की मर्यादा के अनुरूप निर्णय लिया है। संतो का राजनीति से कोई लेनादेना नहीं होना चाहिए, इससे उनके आचरण पर प्रश्नचिन्ह लगता है। संत महात्मा तो सभी के होते हैं और उनका दरवाजा सभी के लिए खुला होता है।  उन्होंने बताया कि दिगंबर अनी अखाड़े के पंचों की उज्जैन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में कम्प्यूटर बाबा को वैष्णव संप्रदाय के संतों की इस प्रमुख धार्मिक संस्था से बाहर निकालने का औपचारिक फैसला किया है।  गिरी ने बताया कि अखाड़ा से निष्कासित होने के कारण अब उनके शाही स्नान समेत अखाड़ा के सभी धार्मिक गतिविधियों में शिरकत करने पर भी रोक लग गई है। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ruby

Recommended News

Related News

static