सुखविंदर सुक्खू बोले, RSS-BJP की लड़ाई खुलकर सामने आई

punjabkesari.in Sunday, Oct 21, 2018 - 10:44 PM (IST)

शिमला (राक्टा): निगमों-बोर्डों में हुई नियुक्तियों के बाद भाजपा और आर.एस.एस. की लड़ाई खुलकर सड़कों पर आ गई है। नियुक्ति यों में दिग्गज नेताओं को नजरअंदाज किए जाने से कार्यकत्र्ताओं में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ताजा घटनाक्रम से साफ हो गया है कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि आर.एस.एस. ही सरकार चला रही है, सी.एम. तो सिर्फ  मुखौटा हैं तथा नियुक्तियों में न ही उनकी चल रही है और न ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को पूछा जा रहा है।

वर्चस्व की जंग में किंग बनी हुई है आर.एस.एस.
उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई बोर्ड-निगमों में हुई नियुक्तियों से भाजपा और आर.एस.एस. में चल रही लड़ाई का पटाक्षेप हो गया है। दोनों में चल रही वर्चस्व की जंग में आर.एस.एस. किंग बनी हुई है। पूर्व सी.एम. प्रेम कुमार धूमल व उनके समर्थक नेताओं को पूरी तरह से हाशिए पर धकेल दिया गया है। नियुक्तियों में उन्हें व दिग्गज नेताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे भाजपा कार्यकत्र्ता व नेता पूरी तरह हताश हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं को भी प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा। भाजपा व आर.एस.एस. की इस लड़ाई में जनता पिस रही है।

धूमल के करीबी चल रहे नाराज
उन्होंने कहा कि भाजपा में दरकिनार हुए कांगड़ा, हमीरपुर व मंडी संसदीय क्षेत्रों के नेताओं का गुबार अभी और फूटेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी भाजपा दिग्गजों को दरकिनार कर आर.एस.एस. के चहेतों को कुर्सी सौंप दी गई है। पूर्व सी.एम. प्रो. धूमल के समधी गुलाब सिंह ठाकुर, रविंद्र रवि, सुरेश चंदेल, राधारमण शास्त्री, रिखी राम कौंडल, रूप सिंह व डा. अनिल धीमान भी अंदर से बेहद नाराज हैं तथा किसी भी समय इनके सब्र का बांध टूट सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की अंतर्कलह का कांग्रेस को आगामी लोकसभा चुनाव में फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एकजुट है और भाजपा की लड़ाई पर नजर रखे हुए है। 


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Vijay

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