राजेश धर्माणी ने कांग्रेस को दी ये सलाह, मोदी सरकार पर साधा निशाना

punjabkesari.in Tuesday, Oct 16, 2018 - 03:24 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं उत्तराखंड के सहप्रभारी राजेश धर्माणी ने हिमाचल प्रदेश में पार्टी में प्रधान हटाओ प्रधान बनाओ की राजनीति में उलझी कांग्रेस को एकजुट होकर लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दल का डटकर मुकाबला करने की रणनीति तैयार करने की सलाह दी है। यह सलाह उन्होंने एक राष्ट्रीय सचिव के नाते नहीं बल्कि एक आम कार्यकर्ता के नाते दी है। उनका मानना है कि यह समय आपस में उलझने का नहीं बल्कि कमरतोड़ महंगाई सहित अन्य ज्वलंत मुद्दों पर फोकस करने का है।

सरकारों की सुस्ती से किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का कार्य लटका
मंगलवार को परिधि गृह में आयोजित प्रैस वार्ता में उन्होंने बड़ी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लटकने पर न केवल रोष व्यक्त किया बल्कि केंद्र व राज्य सरकारों की सुस्ती पर जोरदार हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का कार्य लटका हुआ है। कंपनी काम छोड़ चली गई है और केंद्र की मोदी सरकार का इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है। इसके चलते हर माह करोड़ों रुपए का नुक्सान हो रहा है। बेहतर होगा इस कार्य को केंद्र सरकार अपने हाथ में लेकर एक निश्चित अवधि में अंदर पूरा करे। यदि जल्द से जल्द काम शुरू न हुआ तो कांगेे्रस एक बड़ा जनांदोलन खड़ा करने के लिए विवश होगी।

एम्स के निर्माण कार्य में तेजी लाएं जे.पी. नड्डा  
एम्स के निर्माण कार्य में सुस्ती को लेकर उन्होंने मोदी सरकार की घेरेबंदी की और कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा को नसीहत दी कि वे राजनीतिक बातें छोड़ जनहित को ध्यान में रखते हुए धरातल पर उतरकर व्यावहारिकता अपनाएं और एम्स का कार्य शुरू करवाने में दिलचस्पी दिखाएं। बेहतर होगा कि एम्स का काम पूरा होने तक किसी किराए के भवन में ओपीडी शुरू करवाकर जनता को सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने बंदलाधार पर बनने जा रहे देश के दूसरे हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की कक्षाएं बिलासपुर शिफ्ट किए जाने को लेकर भी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि जब बिलासपुर में तमाम सहूलियतें मौजूद हैं तो फिर सरकार विशेषकर यहां के नुमाइंदे क्यों नहीं प्रयास कर रहे।

उत्तराखंड के भी हिमाचल जैसे हालात
उत्तराखंड में पार्टी की मजबूती को लेकर किए जा रहे प्रयासों को लेकर किए गए सवाल के जबाव उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात हिमाचल में हैं वैसे ही उत्तराखंड के भी हैं। वहां भी महंगाई, भ्रष्टाचार सहित अन्य ज्वलंत मसलों को लेकर भाजपा की जबरदस्त खिलाफत हो रही है। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल और उत्तराखंड में इस बार होने जा रहे लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया हो जाएगा और सभी सीटें कांग्रेस की झोली में होंगी। हिमाचल की चारों सीटों पर भी कांग्रेस परचम लहराएगी।

हिमालयी क्षेत्र संरक्षण को अपनाई जाए डा. वाई.एस. परमार की पॉलिसी
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड दौरे में उन्होंने पार्टी के अंदर जोश भरा है और जीत का मंत्र भी दिया है। उम्मीद है कि आने वाले समय में वहां पार्टी और अधिक सशक्त बनकर उभरेगी। इसके साथ ही हिमालयी क्षेत्र को बचाने के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार के समय बनी पॉलिसी को अपनाने पर बल दिया है।


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Vijay

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