स्वच्छता सर्वेक्षण 2019: खुले में शौच मुक्त डिक्लेयर होगा महानगर

punjabkesari.in Thursday, Sep 20, 2018 - 06:41 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के तहत बेहतर रैंकिंग हासिल करने के लिए नगर निगम ने लुधियाना को खुले में शौच मुक्त डिक्लेयर करवाने की दिशा प्रयास तेज कर दिए हैं। इसके तहत कमिश्नर के.पी. बराड़ ने बुधवार को फील्ड में उतरकर अब तक हुए काम का जायजा लिया। वर्णनीय है कि केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मुहिम के तहत खुले में शौच की समस्या खत्म करने का पहलू मुख्य रूप से शामिल किया है। इसके तहत जनगणना के आधार पर लोगों को घरों में टॉयलेट बनाने व रिपेयर करने के लिए ग्रांट तक दी गई है। इसके अलावा नगर निगम को पब्लिक टॉयलेट की कमी पूरी करने का टारगेट दिया गया है। विभिन्न स्थानों पर प्री-फैब्रिकेटिड टॉयलेट ब्लाक स्थापित कर दिए गए हैं, जिनकी चैकिंग के लिए कमिश्नर ने अफसरों के साथ कई जगह विजिट किया।  

अब तक ये हुए प्रयास
-लोगों को खुले में शौच न करने बारे जागरू क किया गया। 
-विभिन्न स्थानों पर पब्लिक टॉयलेट का निर्माण।
-स्लम एरिया में दिया गया ज्यादा जोर। 
- स्कूली छात्रों व टीचरों से लिए गए सर्टीफिकेट।
- कौंसलरों ने अपने वार्डांे को ओ.डी.एफ. फ्री बनाया।
- मेयर ने सारे शहर के लिए दिया है सर्टीफिकेट।

क्रॉस चैकिंग के आधार पर होगा फैसला
निगम ने लुधियाना को खुले में शौच मुक्त डिक्लेयर करवाने का प्रस्ताव 4 सितम्बर को हुई जनरल हाऊस की मीटिंग के दौरान पास करा लिया है। इसके खिलाफ पब्लिक की तरफ से कोई ऐतराज नहीं आया तो निगम ने सरकार के पास क्लेम भेज दिया है, उस पर फैसला लेने से पहले लोकल बॉडीज विभाग द्वारा एक थर्ड पार्टी एजैंसी लगाकर निगम के दावों की क्रॉस चैकिंग करवाई जाएगी।

पहले काफी डाऊन आई थी रैंकिंग
केंद्र सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में भी खुले में शौच की समस्या के आधार पर रैंकिंग तय की जाती है। मगर पिछली बार जब सर्वे हुआ तो उस समय न लुधियाना को खुले में शौच मुक्त डिक्लेयर किया गया था और न ही पूरी संख्या में पब्लिक टॉयलेट बनाए गए थे, जिसकी वजह से रैंकिंग काफी डाऊन आई थी।

पानी-सीवरेज के बाद बिजली कनैक्शनों का इंतजार
नए बने पब्लिक टॉयलेट पर नगर निगम द्वारा पानी-सीवरेज का प्रबंध कर दिया गया है। मगर मोटर व बल्ब चलाने के लिए बिजली कनैक्शनों का इंतजार है। इस बारे कमिश्नर द्वारा जवाबतलबी करने पर अफसरों ने एकाध दिन में कनैक्शन मिलने का दावा किया है।

रख-रखाव के लिए फिलहाल अस्थायी तौर पर लगेगा स्टाफ
इन पब्लिक टॉयलेट के निर्माण के बाद एक पहलू उनके रख-रखाव का फंस गया है, क्योंकि सफाई व सामान की रखवाली के कर्मियों की तैनाती होना जरूरी है। मगर पहले यह प्रबंध नहीं किया गया तो अब अस्थायी तौर पर ओ. एंड एम. सैल व हैल्थ ब्रांच का स्टाफ लगाने का फैसला किया गया है।


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