राजकीय सम्मान के साथ हुआ शहीद नरेंद्र का अंतिम संस्कार, बेटे ने दी मुखाग्नि(VIDEO)

punjabkesari.in Thursday, Sep 20, 2018 - 09:44 AM (IST)

सोनीपत(पवन राठी): जम्मू के रामगढ़ सैक्टर में शहीद हुए नरेंद्र का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सस्कार किया गया है। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, समाजसेवी और राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।  शहीद नरेंद्र सिंह के बड़े बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। जिस दौरान हिंदुस्तान जिंदाबाद और नरेंद्र सिंह अमर रहे के नारों से सारा अासमान गूंज उठा।
PunjabKesari
जानकारी के अनुसार शहीद नरेंद्र का शव अाज सुबह थाऩा कला लाया गया। वहां हजारों की संख्या में पहले से ही ग्रामिण  एकत्रित थे, ये काफिला शव के अागे- अागे कई किलोमीटर तक चला। इस दौरान भारत माता की जय के जय़कारे ही सुनाई दे रहे थे। गांव में पार्थिव शरीर पहुंचते ही बेहद गमगीन माहौल हो गया। भावुक पत्नी संतोष, बेटे मोहित और अंकित के आंसू रोके नहीं रूक रहे थे। इस बीच शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण बेदी भी पहुंचे। जिला उपायुक्त विनय सिंह ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। 
PunjabKesari
शहीद के बेटे की सरकार से गुजारिश
वहीं शहीद के बेटे ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और शहीद के परिजनों को जो सम्मान मिलता है वो हमें भी मिले। बता दें कि पाकिस्तान ने फिर कायरतापूर्ण कार्रवाई को अंजाम देते हुए जम्मू संभाग के सांबा जिले के रामगढ़ सब सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलाबारी में शहीद सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) के जवान का पार्थिव शरीर भारत को सौंपने के बजाय उसके साथ बर्बरता की थी।

पाक की कायराना हरकत पर रोष
वहीं शहीद के परिजनों व ग्रामिणों ने पाक की इस हरकत पर रोष जताया है। उनका कहना है कि उन्हें बेटे की शहीदी पर तो गर्व है लेकिन पाक की बर्बरता करने वाली हरकत ने उन्हें झकझोर कर रख दिया है। शहीद की पहचान बीएसएफ की 176 बटालियन के हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार(50) निवासी थाना कला, जिला सोनीपत, (हरियाणा) के रूप में हुई है। इस हमले के पीछे पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) का हाथ होने से भी इन्कार नहीं किया जा रहा है। पाकिस्तान की बैट टीम में पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ आतंकी भी रहते हैं। वे अक्सर भारतीय जवानों में दहशत पैदा करने के लिए ऐसी बर्बर कार्रवाई करते हैं। वहीं बीएसएफ के अधिकारी इस घटना पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हैं

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Deepak Paul

Recommended News

Related News

static