CM जयराम बोले-शिमला में 2021 से 24 घंटे मिलेगा पानी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 18, 2018 - 09:58 PM (IST)

शिमला (विकास): शिमला शहर के लिए पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए दीर्घकालिक कार्य योजना के तहत सतलुज नदी से जलापूर्ति योजना के संवर्द्धन के लिए 322.5 करोड़ रुपए की एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) को अंतिम रूप दिया गया है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला शहर में पेयजलापूर्ति में सुधार के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक रणनीति की समीक्षा करने के लिए यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना दिसम्बर, 2021 तक पूरी हो जाएगी और शिमला शहर में 24 घंटे पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।

वितरण नैटवर्क के सुधार के लिए काम करेगा शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड
इस परियोजना के पूरा होने के बाद शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड वितरण नैटवर्क के सुधार के लिए काम करेगा। इसके लिए सलाहकार की तरफ से बोली दस्तावेज तैयार किए गए हैं और यह कार्य मार्च, 2024 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अल्पकालिक उपायों के तौर पर 17 एम.एल.डी. की कुल क्षमता के साथ फीडर लाइन सहित 9 भंडारण टैंकों का निर्माण प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि इसमें से 7 साइटों को अंतिम रूप दे दिया गया है और 25.50 करोड़ रुपए खर्च कर कार्य अप्रैल, 2019 तक पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रिसाव को कम करने के लिए स्नो डाऊन पंप हाऊस में राइजिंग मेन और पंपिंग मशीनरी को बदला जाएगा।

63 करोड़ से किया जा रहा जल आपूर्ति योजना गुम्मा का संवद्र्धन
उन्होंने कहा कि सिंचाई और जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 63 करोड़ रुपए की लागत से सतलुज से जल आपूर्ति योजना गुम्मा का संवद्र्धन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कार्य अप्रैल, 2019 तक पूरा हो जाएगा और कमजोर मौसम के दौरान गुम्मा जल उपचार संयंत्र में पानी की उपलब्धता में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि गिरि राइजिंग मेन के प्रतिस्थापन का कार्य आबंटित कर दिया गया है जो अगले वर्ष मार्च तक 6.80 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंपिंग दक्षता में सुधार के लिए उठाऊ जल आपूर्ति योजना गुम्मा में 4 पंपों के प्रतिस्थापन के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। यह कार्य 3 करोड़ रुपए व्यय कर अगले वर्ष फरवरी माह तक पूरा किया जाएगा।

यूवी उपचार और क्लोरीनेशन अगले मार्च तक होगा पूरा
 उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को गुणात्मक पेयजल प्रदान करने के लिए जल उपचार संयंत्र का स्तरोन्यन (यूवी उपचार और क्लोरीनेशन) अगले मार्च तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को बैक्टीरिया व वायरस मुक्त पानी सुनिश्चित उपलब्ध होगा। उन्होंने अधिकारियों को मुख्य पाइप लाइनों के साथ-साथ वितरण लाइनों से रिसाव को प्लग करने के निर्देश दिए ताकि पानी के नुक्सान से बचा जा सके। साथ ही शहर के विभिन्न भागों में 25 जल ए.टी.एम. स्थापित किए जाएंगे। मुख्य सचिव के अलावा आई.पी.एच., नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे।


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Vijay

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