शहीद राजेश के अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़, सरकार ने दिए 50 लाख, नौकरी का ऐलान(VIDEO)

punjabkesari.in Monday, Aug 20, 2018 - 10:40 PM (IST)

गुहला चीका(गोयल): शहीद राजेश कुमार का आज गांव भागल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जो जम्मु-कश्मीर के द्रास व कारगिल के बीच स्थित काकसर स्थान पर 18 हजार फुट की ऊंचाई पर तैनात थे। शहीद राजेश कुमार 18 अगस्त को मौसम खराब होने की वजह से पैर फिसलकर गिरने से शहीद हो गए थे। नियंत्रण रेखा के समीप डियूटी पर तैनात सैनिकों की मृत्यु पर उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाता है। सेना एवं पुलिस की टुकड़ी द्वारा शहीद को गार्ड आफ ऑनर दिया गया।

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जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर भागल गांव पहुंचा तो शहीद राजेश कुमार अमर रहे के नारे गुंजाए मान होते रहे। शहीद के भाई रामफल ने उन्हें मुखाग्नि दी। हरियाणा के परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार 6 राज राईफल के शहीद राजेश कुमार के पैतृक गांव भागल में पहुंचे। यहां उन्होंने तिरंगे में लिपटे शहीद राजेश कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर हरियाणा सरकार की तरफ से श्रद्धांजलि दी। शहीद राजेश कुमार की माता कृष्णा देवी ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की देश पर शहादत के लिए गर्व है। तथा वह अपने दूसरे बेटे को भी देश सेवा के लिए सेना में भेजने के लिए तैयार है।

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कृष्ण पंवार ने शहीद की माता कृष्णा देवी एवं पिता भाग सिंह पुनिया को सांत्वना देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार हमेशा उनके परिवार के साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने शहीद के परिवार को हरियाणा सरकार की तरफ से 50 लाख रुपए तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। 

उन्होंने कहा अब तक राज्य सरकार ने आजादी के बाद हुए युद्धों तथा देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए आतंकवादियों से मुठभेड़ में वीर गति को प्राप्त होने वाले हरियाणा के 221 शहीदों के आश्रितों को विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियां दी गई। ऐसे वीर शहीदों के पराक्रम व बलिदान पर हमें गर्व है तथा ऐसे रण बांकुरों के साहस व हिम्मत के आगे हम सभी नतमस्तक होकर शीश झुकाते हैं। ऐसे योद्धाओं का बलिदान का इतिहास भावी पीढिय़ों को भी हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। हरियाणा के वीर हमेशा देश सेवा में आगे रहे हैं तथा सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से है।

पेहवा से भागल गांव तक हर गांव में ग्राम वासी सड़कों पर तिरंगे के साथ शहीद को नम आंखों से श्रद्धांजलि देने के लिए दोपहर से ही सड़कों के दोनों किनारे खड़े थे। शहीद राजेश कुमार अमर रहे के गगन भेदी नारों के बीच पेहवा से भागल तक की सड़क पर पडऩे वाले सभी गांवों के लोग अपने कामकाज छोड़कर शहीद के स्वागत में उमड़ पड़े। शहीद के परिजनों में भाई रामफल, ताऊ अजमेर सिंह, बलबीर सिंह, बीरा, मियां सिंह ने भी शहीद राजेश कुमार की शहादत पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि राजेश कुमार ने देश सेवा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है।


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Shivam

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