बंदर ने दिनदहाड़े उड़ाए 1.25 लाख रुपए, कार मालिक रह गया हक्का-बक्का

punjabkesari.in Tuesday, Aug 14, 2018 - 01:04 PM (IST)

दौलतपुर चौक (परमार): ऊना में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां एक बंदर ने दिनदिहाड़े एक कार से 1.25 लाख रुपए उड़ा लिए। आपको सुनने में यह अजीब जरूर लगा होगा लेकिन यह सच है। सोमवार को दोपहर में पौंग डैम के नाके पर दिनदिहाड़े मुबारिकपुर के प्रतिष्ठित व्यापारी की गाड़ी को लूट लिया गया लेकिन नाके पर हिमाचल पुलिस और कंपनी के कारिंदों ने खोजबीन अभियान में लूट की राशि को मंगलवार सुबह बरामद कर लिया। इस लूट की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को श्री गणेश स्टील्स मुबारिकपुर की गाड़ी नूरपुर से सामान की डिलीवरी देने के बाद वापिस वहीं लौट रही थी। इस गाड़ी में अकेला चालक था जिसके पास करीब 1.25 लाख की नकद राशि थी। अढ़ाई बजे के करीब इस गाड़ी ने डैम को क्रास किया। डैम को पार करते ही ड्राइवर ने घाटी धार्मिक स्थान के समीप बी.बी.एम.बी. के नाके पर पर्ची जमा करवाने के लिए उतरा लेकिन वह गाड़ी के शीशे बंद करना भूल गया। ड्राइवर अभी नाका स्टाफ तक भी नहीं पहुंचा था कि एक बंदरों के गिरोह ने गाड़ी के अंदर दाखिल होकर सीट के नीचे रखा एक लिफाफा उड़ा लिया जिसमें उगाही की करीब 1.25 लाख की नकद राशि थी। बंदर गिरोह की इस करतूत को सभी ने देखा मगर कोई भी लुटेरों को रोक नहीं पाया। 

वारदात घटित होते ही ड्राइवर हक्का-बक्का रह गया। हिमाचल पुलिस के जवानों सहित अन्य लोग ड्राइवर की मदद के लिए जंगल से लेकर खड्ड में उतरे लेकिन देर रात तक सभी प्रयास विफल हो गए। इस नाके पर ऐसी घटनाएं पहले भी घटित हो चुकी थी जिसके चलते सुबह होने का इंतजार किया गया। नाका कर्मियों की माने तो बंदर गाड़ी से जिस भी चीज को उड़ाते हैं वह जंगल में छुपा देते हैं और ऐसी लूट की चीजों को रात्री के दौरान ही डकारते हैं, जो चीजें उनके मतलब की नहीं होती है, उन्हें यहां वहां फैंक देते हैं। 

मंगलवार सुबह हिमाचल पुलिस आई.आर.बी. की द्दित्तीय वाहिनी के हेड कांस्टेबल मुनीश कुमार, केवल कुमार और श्री गणेश स्टील्स के कई कर्मचारियों ने राशि को बरामद करने के लिए पुनः सुबह 6 बजे खोजबीन अभियान चलाया। इस अभियान के तहत नाके के काफी दूर गम्भीर खड्ड में नोटों के बण्डल तैरते हुए मिले। बताया जाता है कि यह राशि खड्ड के पानी में करीब दो कि.मी. तक फैल चुकी थी। कुछ नोटों को छोड़कर अधिकांश राशि मिलने पर सभी ने राहत की सांस ली। स्टील्स के मालिक सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि थोड़ी भूलवश होने से यह घटना पेश आई, जिसमें हिमाचल पुलिस ने इमानदारी और मदद करके एक सराहनीय पहल की है। इसके लिए हिमाचल पुलिस बधाई की पात्र है। 


 


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Ekta

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