मामला विधवा महिला से रुपए हड़पने काःएंटी नार्कोटिक ड्रग सैल का प्रभारी गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, Aug 13, 2018 - 03:15 PM (IST)

मोगा (आजाद): जिला पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह तूर ने बताया कि पंजाब सरकार के निर्देशों पर भ्रष्टाचार अधिकारियों को काबू करने के लिए चलाई जा रही मुहिम के तहत मोगा के एंटी नार्कोटिक एंड ड्रग सैल के प्रभारी इंस्पैक्टर रमेशपाल सिंह को एक विधवा महिला के 1 लाख 44 हजार 800 रुपए हड़पने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ थाना सिटी मोगा में भ्रष्टाचार एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के बाद आज उसे इंस्पैक्टर गुरप्रीत सिंह ने माननीय अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे ज्यूडीशियल रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। 

जानकारी के अनुसार एंटी नार्कोटिक ड्रग सैल मोगा के सहायक थानेदार कृष्ण कुमार ने गत 7 अगस्त को पुलिस पार्टी सहित गश्त दौरान विधवा महिला सुनीता रानी निवासी विश्वकर्मा नगर नजदीक रतन सिनेमा हाल आबाद कच्चा दोसांझ रोड मोगा को शंका के आधार पर गिरफ्तार कर उससे 5 किलोग्राम चूरा-पोस्त के अलावा 1500 रुपए ड्रग मनी बरामद की थी। इस पर सहायक थानेदार कृष्ण कुमार ने इसकी जानकारी एंटी नार्कोटिक ड्रग सैल के प्रभारी रमेश पाल सिंह को दी, जो पुलिस पार्टी सहित वहां पहुंचे और कथित आरोपी महिला के घर की तलाशी ली। तलाशी दौरान 2 लाख 43 हजार 600 रुपए नकदी के अलावा सोने के जेवरात बरामद हुए।

इंस्पैक्टर रमेशपाल सिंह ने सोने के जेवरात के अलावा बरामद हुए पैसों में से 97 हजार 300 रुपए सुनीता रानी के बेटे व बेटी को सौंप दिए, जबकि बाकी 1 लाख 44 हजार 800 रुपए उसने अपने पास रख 
लिए। कथित आरोपी महिला के खिलाफ थाना सिटी मोगा में मामला दर्ज किया गया था।

क्या हुई पुलिस कार्रवाई
एंटी नार्कोटिक ड्रग सैल के प्रभारी रमेशपाल सिंह द्वारा विधवा महिला के 1 लाख 44 हजार 800 रुपए हड़पने की जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह तूर को मिलने पर उन्होंने इसकी जांच डी.एस.पी. (इन्वैस्टीगेशन) हरिंद्र सिंह को करने का आदेश दिया। 

जांच अधिकारी ने सहायक थानेदार कृष्ण कुमार के अलावा छापेमारी के दौरान मौजूद हवलदार जसवंत सिंह व चालक सर्बजीत सिंह को जांच में शामिल कर उनके बयान दर्ज किए, जिन्होंने उक्त मामले संबंधी अधिकारी को बताया कि सुनीता रानी के घर से बरामद हुए 1 लाख 44 हजार 720 रुपए इंस्पैक्टर रमेशपाल सिंह ने अपने पास रख लिए, जबकि उक्त अधिकारी को तलाशी दौरान बरामद हुए पैसे तथा सोने के जेवरात उक्त मुकद्दमे में ड्रग मनी के तौर पर अपने कब्जे में लेने चाहिए थे। जिला पुलिस अधीक्षक मोगा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इंस्पैक्टर रमेशपाल सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया। इस मामले की अग्रिम जांच डी.एस.पी. आई. हरिंद्र सिंह द्वारा की जा रही है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

swetha

Recommended News

Related News