अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस नहीं और प्रसव कराने के लिए डॉक्टर नहीं, ऐसा है मामा का MP

7/18/2018 1:38:46 PM

छतरपुर : मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल क्या है, इसकी तस्वीरें आए दिन सामने आती रहती हैं। ऐसी ही एक और तस्वीर छतरपुर जिले से सामने आई है, जिसे देखकर ये कहना लाजमी होगा कि मामा का ‘एमपी अजब है सबसे गजब है’। यहां गर्भवतियों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेस नहीं मिलती और प्रसव कराने के लिए अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं होते।

हालांकि सरकार की तरफ से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने और ले जाने के लिए ‘जननी एक्सप्रेस’ की सुविधा दी गई है। लेकिन यहां एक गर्भवती उससे भी वंचित रही। बात उस वक्त की है जब गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए सरकारी गाड़ी नहीं मिली। ऐसे में उसे आठ किलोमीटर तक बैलगाड़ी से लेकर जाना पड़ा।

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मामला छतरपुर जिले के बक्सवाहा के तुमरयाऊ गांव है, जहां मीरा कुशवाहा नाम की गर्भवती महिला को बैलगाड़ी से सरकारी अस्पताल आना पड़ा क्योंकि उसे जननी एक्सप्रेस नहीं मिली। अस्पताल आने पर वहां डॉक्टर भी नहीं मिले और स्टाफ नर्स ने प्रसव कराया।

मध्यप्रदेश में आए दिन ऐसी खबरें सामने आती हैं जब प्रसूताओं को बिना एम्बुलेंस या बिना जननी एक्सप्रेस के ही अस्पताल जाना पड़ता है। जबकि प्रदेश में प्रसूताओं को घर से अस्पताल तक पहुंचाने के लिए निशुल्क जननी एक्सप्रेस वाहन सरकार द्वारा चलाई जा रही है।


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Prashar

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