सिद्धू के बाद अब सोनी भी एक्शन के मूड में, फैक्ट्रियों में ट्रीटमैंट प्लांट नहीं लगे तो होगी कार्रवा

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 04:17 PM (IST)

जालंधर(जतिंदर): पंजाब कैबिनेट मंत्री ओ.पी.सोनी ने जालंधर में उद्योगपतियों से मुलाकात कर 2 माह के अंदर-अंदर सभी औद्योगिक इकाइयों को ट्रीटमैंट प्लांट लगाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि अगर 2 माह में ऐसा नहीं किया तो वह एक्शन में आ जाएंगे। सोनी ने कहा कि पर्यावरण से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नदी या नहरों में पानी डालने की तभी अनुमति दी जाएगी जब पानी ट्रीट होकर आए। अगर ऐसा न हो हुआ तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि गत माह ब्यास दरिया में शुगर मिल का शीरा मिल जाने के कारण लाखों मछलियां मर गई थीं। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से शुगर मिल सील करने के बाद मिल पर 5 करोड़ रुपए का जुर्माना ठोका गया था। 

रोजाना 2 करोड़ लीटर सीवरेज का कैंसर युक्त पानी बहाया जा रहा काला संघिया ड्रेन में

 जालंधर के बीच में से निकलती काला संघिया ड्रेन की बात करें तो दशकों पहले यह नाला बरसाती पानी को बेईं तक पहुंचाया करता था। धीरे-धीरे शहर बड़ा होता गया। सारा सीवर इस नाले में डाला जाने लगा। चाहे शहर से निकलते सीवरेज को ट्रीट करने के लिए जालंधर में फोलड़ीवाल, बस्ती पीरदाद, जैतेवाली तथा बमियांवाल में ट्रीटमैंट प्लांट लगे हुए हैं, परन्तु बढ़ती जनसंख्या के दृष्टिगत यह प्लांट नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं।  इस कारण प्रतिदिन 2 करोड़ लीटर से ज्यादा सीवरेज का गंदा पानी बगैर ट्रीट किए कालासिंघा ड्रेन में डाला जा रहा है । यह काम प्राइवेट तौर पर लोगों या इंडस्ट्री वाले नहीं कर रहे बल्कि जालंधर नगर निगम जैसा सरकारी संस्थान ही ऐसा करने में लगा हुआ है। 

उत्तरी विधानसभा क्षेत्र का पानी नहीं हो रहा ट्रीट

फोलड़ीवाल ट्रीटमैंट प्लांट, जैतेवाली तथा बमियांवाल प्लांट जालंधर छावनी व सैंट्रल विधानसभा क्षेत्रों में आते हैं जबकि बस्ती पीरदाद स्थित सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट जालंधर वैस्ट क्षेत्र में आता है। शहर के सबसे बड़े उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में एक भी सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट नहीं हैं और इस क्षेत्र का सारा सीवर जो 20 एम.एल.डी. यानी 2 करोड़ लीटर प्रतिदिन बनता है, सारा का सारा कालासिंघा ड्रेन में फैंका जा रहा है।

इसके लिए गुरु अमरदास कालोनी के निकट, शहीद भगत सिंह कालोनी के निकट तथा मकसूदां सब्जी मंडी के निकट बने सीवरेज डिस्पोजलों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जहां से सीवरेज का सारा पानी सीधा ड्रेन में डाल दिया जाता है। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में फोकल प्वाइंट, इंडस्ट्रीयल एस्टेट, एस्टेट एक्सटैंशन, इंडस्ट्रीयल एरिया व कई इंडस्ट्रीयल जोन पड़ते हैं और ज्यादातर इंडस्ट्री का पानी कालासिंघा ड्रेन में जा रहा है।


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