फिर दिखाई दी कांग्रेस में गुटबाजी, फ्लेक्स को लेकर हुड्डा-तंवर समर्थकों में तनातनी

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 10:39 AM (IST)

रोहतक (दीपक भारद्वाज): प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में चौधर को लेकर जारी गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही। बेशक, प्रदेशाध्यक्ष डा. अशोक तंवर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा किसी किस्म की गुटबाजी से लाख इंकार करते रहें लेकिन हकीकत क्या है यह किसी से छिपी नहीं। चौधर की इस लड़ाई में कई ऐसे मौके आए हैं जब दोनों गुट आमने-सामने हुए हैं। वहीं गत शाम जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर लगाया गया अशोक तंवर गुट का फ्लेक्स फिर से बदल गया और हुड्डा समर्थकों ने दोबारा से भूपेंद्र हुड्डा व दीपेन्द्र की तरफ से राहुल गांधी को बधाई देने वाला फ्लेक्स लगा दिया। 
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रोहतक में पार्टी कार्यालय के बाहर फ्लेक्स लगाने की बात पर दोनों गुट आमने-सामने हो गए। हुड्डा के करीबी एवं रोहतक के पूर्व विधायक बी.बी. बत्रा ने तंवर गुट द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा एवं उनके साहेबजादे दीपेंद्र हुड्डा के पहले से लगे फ्लेक्स को तंवर के फ्लेक्स से ढकने पर कड़ा ऐतराज जताया तो वहां पर गर्मा-गर्मी होते देर नहीं लगी। तंवर समर्थक गुस्से से आग बबूला हो गए और मौके पर ही पूर्व विधायक को जमकर खरी-खोटी सुना डाली। बदले में पूर्व विधायक ने भी साफ कह दिया कि यहां पर फ्लेक्स लगेगा तो सिर्फ और सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा वाला। आपको अपना फ्लक्स टांगना है तो किसी दूसरी जगह पर टांगें। एक वक्त तो स्थिति बेहद तनावपूर्ण भी हो गई और लगा कि नौबत हाथापाई तक न पहुंच जाए लेकिन मौके की नजाकत को भांपते हुए पूर्व विधायक ने वहां से खिसक लेने में ही भलाई समझी।

यूं शुरू हुआ विवाद
दरअसल, सोमवार को दोपहर बाद डा. अशोक तंवर के समर्थक आनन्द हुड्डा, एडवोकेट सुनील, मनोज कुमार, रमेश एवं रोहित दलाल तथा नरेंद्र कौशिक आदि अपने कुछ अन्य साथियों के संग अम्बेदकर भवन स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और वहां पर लगे पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं दीपेंद्र सिंह हुड्डा के बड़े फ्लेक्स को नए फ्लेक्स से कवर कर दिया। नए फ्लेक्स में हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा आदि का कहीं नामोनिशान तक भी नहीं था। उस पर केवल पार्टी के राष्ट्रीयाध्यक्ष राहुल गांधी और डा. अशोक तंवर के मुख्य फोटो छपे थे जबकि पार्टी के कई महापुरुषों के चित्र भी ऊपर में नजर आए। इस नए फ्लेक्स में राहुल गांधी को जन्मदिन का बधाई संदेश छपा था। वे लोग इस फ्लेक्स को लगाकर छत से नीचे भी नहीं आए थे कि हुड्डा के करीबी एवं पूर्व विधायक बी.बी. बत्रा को इस बात की भनक लग गई। बत्रा तुरंत पार्टी कार्यालय पर पहुंचे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के फ्लेक्स के ऊपर तंवर का फ्लेक्स लगा देखा तो पारा 7वें आसमान पर पहुंचते देर नहीं लगी। 

बत्रा ने फ्लेक्स लगाने आए तंवर गुट के करीब डेढ़ दर्जन लोगों से नया फ्लेक्स हटाने को कहा लेकिन वे लोग इस पर राजी नहीं थे। उनका कहना था कि यह यह जगह किसी की बपौती नहीं है। डा. अशोक तंवर कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हैं और उनका फ्लेक्स नहीं हटने देंगे। दूसरी तरफ बत्रा का कहना था कि हुड्डा साहब कितनी ही बार मैम्बर पार्लियामेंट और 2 बार स्टेट के मुख्यमंत्री रह चुके हैं इसलिए यहां पर फ्लेक्स तो उनका ही रहेगा। तंवर का फ्लेक्स लगाना है तो साइड में या किसी दूसरी जगह पर टांग लो। इसी बात को लेकर बत्रा और तंवर गुट के लोगों के बीच बेहद गर्मागरम बहस छिड़ गई लेकिन तंवर समर्थकों की अधिक संख्या को देखते हुए बत्रा यहां पर ज्यादा हिम्मत नहीं दिखा पाए। हालांकि, उन्होंने कई दफा पूरे आवेश में आकर चेतावनी दी कि यह फलेक्स यहां नहीं लगेगा मगर तंवर समर्थक भी उनकी सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने भी बत्रा को जमकर खरी खोटी सुना डाली और साफ कह दिया कि डा. तंवर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हैं और इस नाते उनका दावा यहां पर सबसे पहले है।

बी.बी. बत्तरा ने कहा कि कुछ लोग जानबूझ कर हंगामा करने के आदी हैं। उनको पार्टी से कोई लेना-देना नहीं। यहां पर कई बरसों से पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा का फ्लेक्स लगता आ रहा है। कुछ लोगों ने उसे कवर करते हुए अशोक तंवर का फ्लेक्स लगा दिया जो सही नहीं है। उनको यदि फ्लेक्स लगाना ही है तो साइड में या आसपास कहीं भी लगा लें हमें कोई एतराज नहीं। झगड़े या हाथापाई जैसी कोई बात नहीं हुई।

लट्ठ मारने की बात पर गुस्साए तंवर समर्थक
मामला तब अधिक गर्मा गया जब पूर्व विधायक ने छत पर जाकर तंवर के फ्लैक्स पर कड़ा एतराज जताते हुए देसी भाषा में लट्ठ मारने की बात कह डाली। इतना सुनना था कि तंवर समर्थकों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया और वहां पर माहौल खराब होते देर नहीं लगी।  इसके बाद बत्रा पार्टी की बदनामी की दुहाई देते हुए अपनी गाड़ी में बैठकर वहां से खिसक गए। उल्लेखनीय है कि ऐसा नहीं है कि कांग्रेस पार्टी में खींचतान पहली दफा हुई हो बल्कि कुछ महीने पहले भी ऐसी ही नौबत आ गई थी और गुटबाजी का शिकार कांग्रेसियों ने आपस में पुतले तक फूंक डाले थे।


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Nisha Bhardwaj

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