जेतली बोले- भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, पेट्रोल पर ड्यूटी नहीं घटाने के दिए संकेत

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 04:52 PM (IST)

नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री अरुण जेतली ने आर्थिक विकास और नौकरी पर अपोजिशन को तगड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में हासिल हुई 7.7 प्रतिशत की वृद्धि दर से एक बार फिर से यह स्थापित हो गया है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि अभी यह रुख कई और साल तक बना रहेगा।

उन्होंने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी नहीं करने के संकेत देते हुए कहा कि इससे इकोनॉमी में प्रोडक्टिविटी में कमी आ सकती है। उन्होंने रेवेन्यू के सोर्स के तौर पर ऑयल पर निर्भरता खत्म करने के लिए नागरिकों से अपना बकाया टैक्स ‘ईमानदारी’ से चुकाने का अनुरोध किया। 


जारी रहेेेेगी GDP ग्रोथ में तेजी 
फेसबुक पोस्ट में जेतली ने कहा कि नोटबंदी जैसे संरचनात्मक सुधारों तथा जीएसटी के क्रियान्वयन तथा दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता को लागू करने की वजह से हमें दो तिमाही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। जिन लोगों ने यह अनुमान लगाया था कि जीडीपी में दो प्रतिशत की गिरावट आएगी वे गलत साबित हुए। उन्होंने कहा कि मेरे एक सम्मानित पूर्ववर्ती को भय था कि इससे उन्हें भविष्य में गरीबी का जीवन जीना पड़ेगा। 


बढ़ रही हैं जाब 
जॉब क्रिएशन पर जेतली ने कहा, ‘हाल में जारी एक डाटा के विश्लेषण से जाहिर होता है कि कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ डबल डिजिट में बनी हुई है। यह एक जॉब क्रिएटिंग सेक्टर है। इन्वेस्टमेंट बढ़ रहा है। घरेलू इन्वेस्टमेंट भी बढ़ रहा है। एफडीआई उच्चतम स्तर पर बना हुआ है।’

रोकी जानी चाहिए टैक्स चोरी 
जेटली ने कहा, ‘इसलिए मेरी पॉलिटिकल लीडर्स और ओपिनियन मेकर्स से अपील है कि नॉन टैक्स कैटेगरी में टैक्स चोरी रोकी जानी चाहिए। यदि लोग ईमानदारी से टैक्स चुकाते हैं तो ऑयल प्रोडक्ट्स पर लगने वाले टैक्स पर निर्भरता खासी कम हो जाती है। मीडियम और लॉन्ग टर्म में ड्यूटी में कमी किया जाना खासा काउंटर-प्रोडक्टिव हो सकता है।’

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टैक्स-जीडीपी रेश्यो में हुआ सुधार 
जेटली ने कहा कि बीते चार साल के दौरान केंद्र सरकार का टैक्स-जीडीपी रेश्यो 10 फीसदी से बढ़कर 11.5 फीसदी हो गया है। इसमें से लगभग आधा यानी जीडीपी का 0.72 फीसदी नॉन ऑयल टैक्स-जीडीपी रेश्यो में बढ़ोत्तरी से आया है।
उन्होंने कहा कि 2017-18 में नॉन ऑयल टैक्स, जीडीपी का 9.8 फीसदा रहा है, जो 2007-08 के बाद किसी भी साल में सबसे ज्यादा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में दिख रही तेजी से भारत की रेवेन्यू के मामले में स्थिति मजबूत हुई है।  

 


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jyoti choudhary

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