Ectopic Pregnancy: जानिए क्यों होती है महिलाओं में यह स्थिति

punjabkesari.in Sunday, Jun 17, 2018 - 11:53 AM (IST)

मां बनना तो सभी महिलाओं का सपना होता है और जब किसी महिला को पता चलता है कि वो प्रेग्नेंट है तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता। लेकिन यह महिला के लिए ऐसी स्थिति होती है जिसमें उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खास करके जब उसे डॉक्टर यह बता दें कि वह एक्टोपिक प्रेग्नेंसी से जूझ रही है तो उसे अपनी हेल्थ के लिए पूरी केयरफुल होना पड़ता है औपर तुरंत इलाज की जरूरत होती है। आइए जानिए क्या और क्यों होती है एक्टोपिक प्रेग्नेंसी और इसके होने पर महिला में क्या-क्या लक्षण देखने को मिलते हैं?

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी क्या है
फर्टिलाइज्ड एग के लिए खुद को जोड़ने की सबसे बढ़िया जगह गर्भाशय के अंदर होती है लेकिन जब यह गर्भाशय के बाहर कहीं भी जुड़ता है तो गर्भावस्था के इस रूप को एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहते हैं। ऐसी स्थिति में फर्टिलाइज्ड एग खुद को फैलोपियन ट्यूब से जोड़ता है इसलिए इसे ट्यूबल प्रेगनेंसी के नाम से भी कहा जाता है। ये ट्यूब्स भ्रूण को गर्भाशय की तरह विकसित नहीं सकती इसलिए इस स्थिति में तत्काल डॉक्टरी इलाज की जरूरत होती है। ऐसी प्रेग्नेंसी 50 में से 1 में देखी जाती है।

क्यों होती है एक्टोपिक प्रेग्नेंसी
जन्म से ही फैलोपियन ट्यूब का आकार असमान्य होने से भी इस प्रेग्नेंसी की संभावना होती है।
फैलोपियन ट्यूबों पर कोई सर्जिकल प्रक्रिया होने से भी अण्डाणु के मूवमेंट में दिक्कत आती है जिससे इस प्रेग्नेंसी का खतरा बनने लगता है।
पेल्विक में सूजन संबंधी बीमारियां होने पर या फिर महिला की पेल्विक सर्जरी हुई हो तो एक्टोपिक प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ जाती है। 
धूम्रपान करने वाली महिलाओं में इस प्रेग्नेंसी के चांस बढ़ जाते हैं। इसके अलावा 35 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिलाओं में भी एक्टोपिक प्रेगनेंसी खतरा बना रहता है।

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के लक्षण
आईयूडी के प्लेस होने के बाद गर्भ का गिरना
अचानक पेल्विक और पेट के आस-पास तेज दर्द होना या खत्म होना।
कभी-कभी कंधे या गर्दन के आसपास दर्द होना।
अचानक पेट गैस की समस्या होना।
बहुत ज्यादा चक्कर आना।


 


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