कोविंद बोले-देवभूमि के आशीर्वाद की बदौलत राष्ट्रपति पद तक पहुंचा

punjabkesari.in Tuesday, May 22, 2018 - 11:59 PM (IST)

शिमला: देवभूमि हिमाचल प्रदेश को मैं आशीर्वाद के रूप में देखता हूं। जब बिहार के राज्यपाल के रूप में बीते साल मई माह में मैं शिमला आया था तो उसके 20 दिन बाद मुझे राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाया गया। मैं मानता हूं कि देवभूमि के आशीर्वाद की बदौलत ही मैं राष्ट्रपति पद तक पहुंच पाया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह बात उनके सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन लोकतंत्र का प्रतीक है और इस नाते हिमाचल प्रदेश के लोग जब दिल्ली आएं तो राष्ट्रपति भवन जरूर आएं। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश से उनका पुराना नाता है। वर्ष, 1974 में वह पहली बार हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली एक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। उस समय की स्मृतियां आज भी उनके जहन में जिंदा हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी पर जब देश से कोई चीज उनको प्रतीक के रूप में चुनने को कहा गया तो उन्होंने हिमाचली टोपी को चुना।


देश के लिए हिमाचल की कुर्बानी पर राष्ट्रपति का सलाम
राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता संग्राम और आजादी के बाद देश के लिए हिमाचली नौजवानों की तरफ से दी गई कुर्बानी को सलाम किया। उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राम सिंह पठानिया जैसे स्वतंत्रता सैनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी। इसके बाद जब देश आजाद हुआ तो देश का पहला परमवीर चक्र हिमाचल प्रदेश के मेजर सोमनाथ को मिला। कारगिल युद्ध के दौरान भी हिमाचली जवानों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। कैप्टन बिक्रम बतरा, संजय कुमार और सौरभ कालिया के बलिदान को कोई नहीं भुला सकता।


हिमाचल प्रदेश रोल मॉडल के रूप में उभरा
राष्ट्रपति ने कहा कि पहाड़ी राज्यों में हिमाचल प्रदेश रोल मॉडल के रूप में उभरा है। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र में प्रदेश का नाम सबसे ऊपर है। इसी तरह पनविद्युत के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश अग्रणी है। खुले में शौच मुक्त होने के बाद प्रदेश कार्बन क्रेडिट हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। इस कारण पर्यटक यहां प्रकृति को निहारने के अलावा धार्मिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से भी आते हैं। हिमाचल का उल्लेख पौराणिक ग्रंथों में भी मिलता है। इसके अलावा यहां की साक्षरता दर भी अधिक है। प्रदेश फल एवं सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकता है।


जनता को आई परेशानी के लिए खेद जताया
राष्ट्रपति ने नागरिक अभिनंदन समारोह में प्रदेश प्रवास के दौरान जनता सहित बाहर से आए लोगों को हुई परेशानी के लिए खेद जताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भी आम इंसान जैसा होता है लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते आई इस परेशानी के लिए वह खेद जताते हैं।


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Vijay

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