अब सुरक्षित तरीके से की जा सकेगी खोपड़ी की सर्जरी, तैयार हुआ पहला ऑटोमेटिड स्कल ड्रिलिंग रोबोट

4/27/2018 10:10:47 AM

 

- कम समय में मरीज़ को मिलेंगे बेहतरीन रिजल्ट्स

- सस्ती कीमत में सम्भव होगा ऑप्रेशन

जालंधर : दुर्घटना होने पर सिर में चोट लगने से मरीज की जान बचाना काफी मुश्किल हो जाता है। खोपड़ी में हड्डी के टूटने पर डॉक्टर को सर्जरी करनी पड़ती है जिसमें नसों व धमनियों के कटने पर जान का जोखिम काफी बढ़ जाता है। इसी बात पर ध्यान देते हुए एक ऐसा ड्रिलिंग रोबोट तैयार किया गया है जो सुरक्षित तरीके से खोपड़ी की सर्जरी करने में मदद करेगा। इसे यूरोप के एक देश नीदरलैंड्स की इंदहोवन यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं द्वारा तैयार किया गया है। रिसर्चर्स की टीम ने बताया है कि RoBoSculpt नामक इस रोबोट को खास तौर पर कम समय में सुरक्षित तरीके से मरीज की सर्जरी करने के लिए बनाया गया है। माना जा रहा है कि इससे कम कीमत में खोपड़ी की सर्जरी कर पाना सम्भव होगा। यह रोबोट काफी तेजी से खोपड़ी को काटने व ड्रिल करके शेप में लाने का काम करेगा जिससे मरीज को कम समय में रिकवरी करने में भी मदद मिलेगी। 

 

फ्लैक्सिबल है यह रोबोट
इस ड्रिलिंग रोबोट को काफी फ्लैक्सिबल बनाया गया है। इसके सामने की ओर 7 एक्सिस पर काम करने वाली सर्जिकल ड्रिल लगी है जो टूटी हुई हड्डी को चारों तरफ से ऑप्रेट करने में मदद करेगी। यह सर्जिकल ड्रिल वजन में काफी हल्की है जो सटीकता से बेहतरीन रिजल्ट्स प्रदान करने के काम आएगी। 

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सिर्फ CT स्कैन की पड़ेगी जरूरत
खोपड़ी का ऑप्रेशन करने से पहले मरीज को बस CT स्कैन करवानी होगी जिसके बाद डॉक्टर CT स्कैन रिपोर्ट के आधार पर कौन से हिस्से को ऑप्रेशन के जरिए हटाना व शेप में लाना है उसे मार्क कर देगा जिसके बाद ऑप्रेशन को शुरू किया जा सकेगा। ड्रिलिंग रोबोट के डिजाइनर जोर्डन बॉस ने कहा है कि हमने इस रोबोट को बनाने के बाद अब तक कई तकनीकी परीक्षण किए हैं। यह मशीन मनुष्यों की तुलना में बहुत सटीकता व तेजी से काम करती है यानी इसकी मदद से इलाज करने पर मरीज को बहुत ही कम समय में राहत मिलेगी।

 

भविष्य के ऑप्रेटिंग रूम की ओर महत्वपूर्ण कदम 
राडबौड यूनिवर्सिटी मैडीकल सैंटर के स्कल बेस सर्जन डर्क कुन्सट ने कहा है कि यह भविष्य के ऑप्रेटिंग रूम की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। RoBoSculpt नामक यह रोबोट सर्जन और मशीन के बीच एक बेहतरीन तालमेल बिठाता है जिससे इलाज के बाद मरीज को बेहतरीन रिजल्ट्स मिलते हैं। इस रोबोट पर रिसर्चर्स की इस वर्ष के आखिर तक प्री-क्लिनिकल परीक्षण करने की योजना है। माना जा रहा है कि इसका उत्पादन करने के बाद आने वाले 5 वर्षों में इस रोबोट को सर्जरी करने के लिए डॉक्टरों तक पहुंचाया जाएगा। 


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