अमरेन्द्र ने ट्रुडो को सौंपी थी आतंकियों की सूची,कनाडा सरकार ने शुरू की कार्रवाई

punjabkesari.in Thursday, Apr 26, 2018 - 04:57 PM (IST)

जालन्धर  (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा 2 माह पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो को आतंकियों की सौंपी गई सूची पर कनाडा सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले सप्ताह ही सरी में एक व्यक्ति से आतंकी मामलों में पूछताछ किए जाने की सूचना मिली है। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र ने प्रधानमंत्री ट्रुडो को 21 फरवरी को अमृतसर में एक सूची सौंपी थी जिसमें उन लोगों के नाम थे जो पंजाब में आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। बताया जाता है कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा उठाए गए मामले के बाद प्रधानमंत्री ट्रुडो काफी गंभीर दिखाई दिए हैं जिसके बाद कनाडा सरकार अब हरकत में आ गई है। 

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस व्यक्ति को सरी में पूछताछ के लिए बुलाया गया है वह जालन्धर से संबंध रखता है। उसके विरुद्ध 21 अप्रैल 2010 को पटियाला में बम रखने के मामले को लेकर केस दर्ज हुआ था। इस मामले में इंगलैंड स्थित परमजीत सिंह पम्मा का भी हाथ बताया जाता है जोकि फरार है। दूसरा केस इस व्यक्ति के खिलाफ 2015 में नूरपुर बेदी में एक हिंदू नेता पर हमले को लेकर दर्ज हुआ था। तीसरा केस 2016 में लुधियाना में दर्ज हुआ था जिसमें ङ्क्षहदू नेताओं की हत्या के षड्यंत्र का आरोप लगा था। 

 

कनाडा में जिस व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है उसके विरुद्ध लुक आऊट सर्कुलर (एल.ओ.सी.) भी 2015 में जारी किया गया था। साथ ही उसके विरुद्ध रैड कार्नर नोटिस (आर.सी.एम.) भी जारी हुआ था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने उन 9 लोगों के नाम भी सूची में लिए थे जो इंटरनैशनल सिख यूथ फैडरेशन तथा खालिस्तान टाइगर फोर्स के साथ जुड़े हुए हैं। इन पर आरोप है कि या तो वह प्रत्यक्ष तौर पर पंजाब में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देते रहे हैं या फिर पाकिस्तान में स्थित आतंकी ग्रुपों को फंड उपलब्ध करवाते रहे हैं। ट्रुडो ने मुख्यमंत्री को आतंकी ग्रुपों के विरुद्ध कार्रवाई करने का भरोसा दिया था जिस पर अब कनाडा सरकार ने कार्रवाई शुरू की है। 

 

कनाडा में जिस व्यक्ति से पूछताछ हुई है वह खालिस्तान टाइगर फोर्स के लिए फंड उपलब्ध करवाता रहा है। उस पर 2009 में राष्ट्रीय सिख संगत के प्रमुख रूल्दा सिंह की हत्या में संलिप्त होने का भी आरोप है। पंजाब में पूर्व गठबंधन सरकार के कार्यकाल में लगातार टार्गेट किङ्क्षलग का कामचलता रहा। इस दौरान ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा तथा रविन्द्र गोंसाईं की हत्याएं भी हुई। यह मामले राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) के जांच अधीन हैं। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News