फगवाड़ा में फिर हालात तनावपूर्ण, जनरल समाज के दुकानदार व लोग भारी संख्या में सड़कों पर उतरे

punjabkesari.in Tuesday, Apr 24, 2018 - 10:53 PM (IST)

फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा में 13 अप्रैल को गोल चौंक  के नाम को लेकर पैदा हुए जातिय तनाव के पश्चात पुलिस छावनी बने हुए शहर में मंगलवार को हालात एक बार फिर तब बेहद तनावग्रस्त हो गए जब स्थानीय बांसावाला बाजार में जनरल समाज से संबंधित किताबे बिक्री करते एक दुकानदार रमन मल्होत्रा के साथ कुछ लोगों ने बाजार में आकर उसकी दुकान को जबरदस्ती बंद करवाने की कोशिश की। इसके पश्चात बाजार के अन्य दुकादनारों ने घटे अप्रत्यक्षित घटनाक्रम के विरोध में अपनी दुकानों को बंद कर दिया जिसके बाद देखते ही देखते इलाके की सभी दुकाने व बाजार पूरी तरह से एक के बाद एक कर बंद हो गई। 

हालात की गंभीरता को भांपते हुए एस.पी. फगवाड़ा पी.एस. भंडाल भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने जनरल समाज के लोगों व दुकानदारों को शांन्त करने का प्रयास किया। इसी दौरान जनरल समाज से संबंधित अन्य लोगों शहर के विभिन्न हिस्सों से बांसावाला बाजार में पहुंच गए। इसके बाद जनरल समाज के लोगों द्वारा इलाके के दुकानदारों के संग हो बांसावाला बाजार से रोष रैली निकाली जो फगवाड़ा-बंगा रोड़ पर स्थित मेन मार्किट बाजार के चौंक में आकर रोष धरने का रूप ले गई। 

इस मौके पर जनरल समाज के नेताओं नरेश भारद्वाज, राकेश दुग्गल, संजीव बुग्गा, सतबीर सिंह साहबी, कुसुम शर्मा, एडवोकेट विजय शर्मा, चंद्ररेखा शर्मा सहित अन्य गण्यमान्यों ने आरोप लगाते हुए कहा कि फगवाड़ा में जिला पुलिस व प्रशासन जानबूझ कर जनरल समाज के लोगों के साथ सरकारी स्तर पर धक्केशाही कर एक तरफा कारवाईयां कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक ओर जिला पुलिस प्रमुख संदीप शर्मा व जिलाधीश मोहममद तैयब निष्पक्ष पुलिस व प्रशासनिक जांच की मीठी-मीठी बाते करते हैं तो वहीं दूसरी ओर दर्ज हुए पुलिस केसों से दलित समाज के 7 लोगों का नाम रद्द कर रहे हैं। ऐसा तब हो रहा है जब जनरल समाज के 4 हिन्दू नेताओं इन्द्रजीत करवल, दीपक भारद्वाज, शिवी बत्ता व राजीव चाहल को पुलिस द्वारा उन्हीं पुलिस केसो में नामजद आरोपी बता इनको गिरफतार कर जेल भेजा जा गया है। 
 

उन्होंने कहा कि यह तो सरासर बेइंसाफी है कि एक ओर जनरल समाज के लोगों को जेल की सलाखों के पीछे धकेला जा रहा है और दूसरे पक्ष पर कृपालू रवैया अपना उनके विरूद्व किसी भी स्तर पर कोई पुलिस एकशन नहीं हो रहा है? लेकिन यह अब नहीं चलेगा। या तो पुलिस व प्रशासन दूसरे पक्ष के खिलाफ भी न्यायसंगत कारवाई करे अन्यथा जनरल समाज के लोगों का जनआंदोलन झेलने के लिए तैयार रहे। उक्त आंदोलन पूरे पंजाब में होगा और फिर यदि हालात बिगड़ते हैं तो इसकी जिममेदारी जिला पुलिस व प्रशासन पर होगी। उन्होनें कहा कि फगवाड़ा में जिस भांति एक जनरल समाज के दुकानदार की जबरदस्ती दुकान बंद करवाने की घटना घटी है वो हर लिहाज से निंदनीय है। यदि दुकानदार अपनी दुकान खोलकर दुकानदारी नहीं करेगा तो अपने परिवार व बच्चों का पालन-पोषण कैसे करेगा? उन्होनें कहा कि जब तक उक्त मामला पूरे सम्मान के साथ जनरल समाज के उक्त दुकानदार के अनुसार हल नहीं हो जाता तब तक जनरल समाज एकजुट होकर दुकानदार रमन मल्होत्रा के साथ डटकर खड़ा है। 

समाचार लिखे जाने तक स्थानीय बंगा रोड़ मेन मार्किट के पूरे इलाके को पुलिस व रैपिड़ एक्शन फोर्स के दस्तों द्वारा सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। इस दौरान आंदोलनकारी दुकानदारों, जनरल समाज के लोगों व फगवाड़ा शहर के हजारों लोगों द्वारा जिला पुलिस व प्रशासन के खिलाफ उग्र नारेबाजी कर रोष धरना जस का तस जारी है। आंदोलनकारियों ने ऐलान कर दिया है कि उनको जब तक इंसाफ नहीं मिलता है तब तक वो यूं ही रोष धरने को जारी रखेंगे। वहीं उक्त घटनाक्रम के चलते फगवाड़ा में देर रात तक भारी तनाव का दौर जारी है और पूरा शहर पुलिस दस्तों की चप्पे-चप्पे पर देखी जा रही भारी मौजूदगी के कारण पूरी तरह से पुलिस छावनी में तबदील हो चुका है।  


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Vaneet

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