कांग्रेस के नेताओं के लिए दिल्ली रैली अग्नि परीक्षा से कम नहीं

punjabkesari.in Monday, Apr 23, 2018 - 11:36 AM (IST)

पंचकूला(धरणी): हरियाणा कांग्रेस के दिग्गजों के लिए राहुल गांधी की राष्ट्रीयाध्यक्ष के रूप में ताजपोशी 29 अप्रैल को दिल्ली में होने वाली रैली किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है। कौन-सा नेता कितनी भीड़ जुटा पाएगा, इस पर राहुल गांधी की टीम की निगाहें भी रहेंगी। हरियाणा कांग्रेस के बड़े चेहरे अशोक तंवर, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, किरण चौधरी, शैलजा, कुलदीप बिश्नोई, कै. अजय यादव इस रैली के लिए कितनी भीड़ जुटा पाते हैं, जो इनके भविष्य की चौधर निर्भर करेगी। 

रैली को लेकर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने 24 अप्रैल को सोनीपत, पानीपत जिलों की मीटिंग रखी गई है। 26 अप्रैल को अम्बाला में 5 जिलों यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल और अम्बाला जिले के कार्यकर्ओंता की बैठक बुलाई है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष तरुण भंडारी के अनुसार तंवर का पूरे हरियाणा का यह दौरा अंतिम चरण में है। 27 से 28 अप्रैल को दिल्ली में रहकर सभी तैयारियों  की समीक्षा का जाएगी। 

तंवर समर्थकों का कहना है कि हरियाणा के 22 जिलों में कांग्रेस संगठन से जुड़े सभी नेताओं, सभी प्रकोष्ठों की ड्यूटियां लगा दी गई है। अशोक तंवर ने हरियाणा दौरे के दौरान रणजीत सिंह रोड़ी, कै. अजय यादव जैसे पुराने दिग्गज नेताओं से भी संपर्क किया। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रैली से 4 दिन पहले दिल्ली में मीटिंग बुलाई है। हुड्डा स्वयं अस्वस्थ हैं व दिल्ली एम्स में उपचाराधीन हैं, इसलिए राहुल गांधी की ताजपोशी से पहले हुड्डा की सक्रियता अतीत की तरह नहीं नजर आ रही। दीपेंद्र ने 25 अप्रैल को कांग्रेस विधायकों, सांसदों व पूर्व विधायकों की बैठक बुलाते हुए रैली की तैयारियों में नजर आने लगे हैं। 

हुड्डा के साथ विधायकों की संख्या है। अधिकांश विधायक दिल्ली के साथ सटे हरियाणा सोनीपत, रोहतक, झज्जर, पलवल जिलों के हैं। हुड्डा समर्थक विधायक अतीत में यह आवाज उठाते रहे हैं कि प्रदेश कांग्रेस की कमान हुड्डा को दी जाए। राजनीतिक समीक्षकों के अनुसार इनेलो व बी.एस.पी. में समझौते के बाद जातीय समीकरणों के मद्दनेजर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर से कोई भी छेड़छाड़ सहज नहीं लगती। अशोक तंवर हरियाणा भर में चल रहे कार्यक्रमों के माध्यम से जहां अपनी सक्रियता की ताल ठोक रहे हैं वहीं, हुड्डा तो अस्वस्थ होने के कारण व अन्य दिग्गजों की राहुल गांधी की रैली के लिए बहुत सक्रिय भागीदारी न होना कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय बना हुआ है। दिल्ली के तीनों तरफ हरियाणा है, हरियाणा से भारी भीड़ दिल्ली रैली में ले जाना भी कांग्रेस का भी लक्ष्य है। इस लक्ष्य को पूर्ण करने में हरियाणा के कौन से नेता नंबर 1 पर कौन से नंबर 2 पर रहेंगे इस पर कांग्रेस आलाकमान के साथ-साथ कांग्रेसी समीक्षकों की भी नजरें रहेंगी।


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Deepak Paul

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