गाजियाबादः बिना नक्शा पास कराए धड़ल्ले से चल रहा अवैध निर्माण का काम, लोग परेशान

punjabkesari.in Monday, Jun 17, 2019 - 05:55 PM (IST)

गाजियाबादः सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी अवैध निर्माण पर रोक नहीं लग पा रही है। जिम्मेदारों से मिलीभगत के चलते इंजीनियर धड़ल्ले से अवैध निर्माण करा रहे हैं। ताजा प्रकरण गाजियाबाद का है। जहां आवास एवं विकास परिषद के 4 इंजीनियरों के खिलाफ डेढ़ वर्ष पूर्व अवैध निर्माण की कार्रवाई की गई, बावजूद इसके अवैध रूप से फलैट बनाने का कार्य जोरों पर चल रहा है। हैरत की बात ये है कि बिना नक्शा पास कराए घूंघट की आड़ में ये सब काम चल रहा हैं। अब इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री एवं एटीभूमाफिया पोर्टल पर की गई है।
PunjabKesari
नियम और कानून ताक पर रखकर हो रहा अवैध निर्माण
जानकारी के मुताबिक, पिछले दो दशक से वसुंधरा के सेक्टर 1 से लेकर 18 तक नियम और कानून ताक पर रखकर बिल्डर आवास एवं विकास परिषद के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंताओं की साठगांठ से एकल यूनिट के अन्तर्गत छोटे-छोटे भूखंडो पर 15 से 16 फलैट बनाने कार्य बदस्तूर जारी है। वसुंधरा में सबसे ज्यादा अवैध निर्माण सेक्टर 1, 2 2B 3, 4, 5 आदि सेक्टरों में हो रहा है।
PunjabKesari
चार इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई होने के बावजूद अवैध निर्माण जारी
जबकि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व आवास विकास के वसुंधरा (गाजियाबाद) कार्यालय के अधिशासी अभियंता राजीव कुमार, सहायक अभियंता एम बी कौशिक, अवर अभियंता राजीव वर्मा, प्रवेश गौड़़ को बटवारे को लेकर एक वीडियो भी वायरल हुआ उसके बाद आवास आयुक्त ने चारों इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की और तबादला लखनऊ व मेरठ कर दिया। अब दो इंजीनियर वापस गाजियाबाद आ गए। चारों इंजीनियरों पर कार्रवाई होने के बावजूद अवैध निर्माण जोरों से चल रहा है। अवैध खनन भी किया जा रहा है।
PunjabKesari
अब सीएम योगी तक पहुंची शिकायत
इतना ही नहीं बिना सरकारी अधिकारियों से मिलीभगत के चलते बिजली के खंभे भी हटा दिए गए। और तो और सड़कों से अवैध छजे भी उठा लिए गए। जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लोग शिकायत पर शिकायत कर रहे हैं, लेकिन मामला जस का तस है।
PunjabKesari
अब एक संस्था के अध्यक्ष अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है। साथ ही आवास आयुक्त, सयुंक्त आवास आयुक्त, कमीशनर मेरठ, डीएम आदि अधिकारियों से अवैध निर्माण रोकने की मांग की है। अब देखना ये होगा कि सरकार इस अवैध निर्माण के पूरे मामले पर क्या और कब कार्रवई करती है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tamanna Bhardwaj

Recommended News

Related News

static