निर्माणाधीन मकान, दुकानें व शोरूम ध्वस्त

punjabkesari.in Friday, Jun 14, 2019 - 02:02 PM (IST)

करनाल(मनोज) : प्रशासन ने अवैध कालोनी में निर्माणाधीन मकानों को ध्वस्त कर दिया। वीरवार को डी.टी.पी. विक्रम सिंह लाव लश्कर के साथ शहर में निकले। सुबह साढ़े 11 बजे पुलिस बल को साथ लेकर पहले करनाल-कैथल रोड पर पहुंचे। यहां मार्बल हब के रूप में उभर रही मार्किट में तोडफ़ोड़ की। निर्माणाधीन मकानों को ढहा दिया। इसके बाद नई अनाज मंडी के पास बजीदा रोड पर काटी गई मंगल कालोनी पार्ट-2 में दस्तक दी।

यहां कार्रवाई शुरू की तो आस-पास सैंकड़ों लोग जमा हो गए। पुरुषों के साथ महिलाएं व बच्चे भी मकानों से बाहर निकल आए। तैश में आए लोगों ने सवाल पर सवाल दागे। महिलाओं ने पूछा कि हम पर यह कहर क्यों जिसने कालोनी में प्लाट काटकर मोटी कमाई की उसे क्यों नहीं पकड़ते। अवैध कालोनी में प्लाटों की रजिस्ट्री के नाम पर पैसे डकारे गए तब कहां थे। बैंक से लोन लिया तब क्यों नहीं आए। कालोनी में बिजली के मीटर लग गए।

सड़कें बनी, सीवरेज का जाल बिछ गया, अब बड़ी मात्रा में मकान बनकर तैयार हो गए तो इस कार्रवाई का मकसद क्या है। लोगों के इन सवालों के आगे अधिकारी निरुत्तर थे। करीब डेढ़ घंटा तोडफ़ोड़ की और वापस लौट गए। 

नोटिस दे देते तो हम मकान ही नहीं बनाते : अल्लादिया 
प्रशासन की कार्रवाई के समय लोगों में गुस्सा साफ दिखाई दे रहा था। मंगल कालोनी पार्ट-2 निवासी अल्लादिया ने कहा कि प्रशासन उन्हें नोटिस दे देता तो वे मकान ही न बनाते। आरोप लगाया कि बड़े ही सुनियोजित तरीके से यह गेम खेला जाता है। कालोनाइजर पूरे प्लाट बेचकर मोटी कमाई कर निकल गए। क्या अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह संभव था। बिल्कुल नहीं...।  

लोन पर लेकर खरीदा था प्लाट : सुरेश 
सुरेश ने कहा कि वह एक साल पहले ही करनाल आए हैं। इस कालोनी में 6 से 8 हजार रुपए प्रति वर्ग गज रेट था। इसलिए लोन लेकर यहां प्लाट खरीद लिया। पाई-पाई जोड़कर अब मकान बनाना शुरू किया था। इसे भी तोड़ दिया गया। अब हम कहां जाएं।  


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