शहर की आर्चरी खिलाड़ी गुंचा का खेलो इंडिया में चयन, साल के मिलेंगे 5 लाख

punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2019 - 12:30 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : सैक्रेड हार्ट स्कूल-26 की 10वीं की छात्रा गुन्चा आरश्री का चयन खेलो इंडिया के लिए किया हुआ है। आर्चरी में चुनी वह शहर की एकमात्र खिलाड़ी हैं। खेल मंत्रालय ने पूणे में ट्रायल लिए थे जिसमें देश से तकरीबन 500 से अधिक खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया था। इसी ट्रायल प्रक्रिया में गुन्चा का चयन हुआ है। 

चंडीगढ़ आर्चरी एसोसिएशन के सचिव महासिंह ने बताया कि खेल मंत्रालय का ग्रास रूट पर खिलाडिय़ों को तैयार करने का यह एक बेहतरीन प्रयास है। अब गुन्चा को खेलो इंडिया की ओर से साल के 5 लाख रुपए भी मिलेंगे। इन पैसों का वह इस्तेमाल एक्विपमैंट खरीदने, डाइट तथा ट्रासपोर्ट पर खर्चे करेगी।

3 साल से जीत रही स्टेट चैम्पियनशिप :
गुन्चा आर्चरी की रिकर्व इंवैंट के 60 मीटर की चैम्पियनशिप में भाग लेती है और पिछले 3 साल से लगातार स्टेट चैम्पियनशिप का खिताब जीत रही है। स्कूल नैशनल गेम्स में भी शहर के लिए स्वर्ण पदक जीत चुकी है। गुन्चा ने अभी तक 12 नैशनल चैम्पियनशिप में भाग लिया है और स्टेट व नैशनल लैबल पर कुल 27 से अधिक पदक हासिल किए हैं, जिनमें 9 स्वर्ण,14 रजत तथा 4 कांस्य पदक शामिल हैं। 

देश के लिए जीतूंगी पदक, बड़े टूर्नामैंट के लिए पटियाला में लेती हूं ट्रेनिंग :
गुन्चा ने बताया कि अब मेरा मकदस देश के लिए पदक जीतना है। वह रोजाना 4-5 घंटे अभ्यास करती है। वहीं, बेसिक ट्रेनिंग सुखना लेक आर्चरी सैंटर में करती हैं लेकिन जब कोई बड़ा टूर्नामैंट होता हैं तो मैं पटियाला में ट्रेनिंग करती हूं। ट्रेनिंग के साथ कोच फिजिकली ट्रेनिंग भी करवाते हैं। 

वहीं, खिलाडिय़ों को चैम्पियनशिप व टूर्नामैंट के लिए तैयार रहने के लिए मानसिक रूप से मजबूत करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है कि टूर्नामैंट से पहले कैसे अपने आप को रिलैक्श रखना है। गुन्चा ने अभी तक नैशनल व स्टेट स्तर पर 27 पदक जीत चुकी है। गुन्चा सैक्टर-17 में चल रही नैशनल ऑर्चरी चैपिंयनशिप में पहुंची थी। इस दौरान गुन्चा ने ओलिम्पिक के बेहतरीन खिलाडिय़ों से खेल के बेहतरीन टिप्स भी सीखे।

चंडीगढ़ से पटियाला रोजाना करती हैं अप-डाऊन :
गुंचा ने बताया कि बड़े टूर्नामैंट में हिस्सा लेने से पहले ट्रेनिंग लेने के लिए चंडीगढ़ से पटियाला एन.आई.एस. अप-डाऊन करती हूं। वहीं, जब 10वीं के एग्जाम थे तो उस समय भी वह ट्रेनिंग के लिए जाती थी। बीच में स्कूल नहीं छोड़ सकती थी। उसे रोजना अपडाऊन करना पड़ता था। 

1 बजे स्कूल की छुट्टी होने के बाद वह सीधे गाड़ी से पटियाला जाती थी और रास्ते में ही लंच करती थी। यही नहीं, उन्होंने बताया कि जब स्कूल में छुट्टियां होती थी तो किराए पर मकान लेकर वही रहती और ट्रेनिंग करती थी। उन्होंने बताया कि बेसिक ट्रेनिंग उन्होंने सुखना लेक पर कोच कुलवीर सिंह के पास ट्रेनिंग करती रही हैं। अब खेलो इंडिया की मदद के बाद पटियाला में ही ट्रेनिंग प्राप्त करूंगी। 


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Priyanka rana

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